- पिछले डेढ़ दशकों में आईआईटी पटना ने तय की है प्रगति की नयी मंजिलें
• सरकार से सरकार के बीच
• संस्थानों और संस्थानों के बीच
• व्यापार और व्यापार के बीच
• एक देश के दूसरे देश के नागरिकों के बीच उपरोक्त कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी पटना एवं मासायुमे इंडिया ने जापानी भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू कर रहा है, जो जापानी भाषा के कौशल की जांच के जेएलपीटी नियमों के अनुरूप शिक्षा मंत्रालय (मोम्बुशो), जापान के अंतर्गत कार्य करेगा। संभावना है कि 17 अगस्त 2023 से इसका पहला बैच आरंभ हो जायेगा जिसमें सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त जापानी भाषा प्रशिक्षक छात्रों को प्रशिक्षण देंगे।
• अकादमिक क्षेत्र में सहयोग हेतु शिक्षण संस्थानों के शिक्षण संस्थानों से सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए हब का निर्माण, साथ ही एसएमई के एसएमई और लोगों के लोगों से सहयोग को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया जायेगा।
• जापान के लिए बिहार को एक निवेश के हब के रूप में विकसित करना
• बिहार से पलायन करके कहीं और काम ढूँढने के लिए निकलते युवाओं के लिए जापान को एक अच्छे विकल्प के रूप में प्रस्तुत करना
• नए स्टार्टअप/ इन्क्युबेशन /नए शोध, सहकारिता, जॉइंट वेंचर इत्यादि को बढ़ावा देना
इस अवसर पर आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. (डॉ.) टीएन सिंह ने कहा कि दो देशों के बीच इस प्रकार के संबंधों से तकनीक और ज्ञान के आदान प्रदान के नए अवसर पनपते हैं और ज्ञान की परम्परा को आगे बढ़ाना ही आईआईटी को उसकी पहचान देता है। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि ऐसे सहयोग और सीओई की स्थापना रोजगार के नए अवसरों को भी जन्म देती है, जो कि भारत के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। डॉ लिम चोंग फुंग ने कहा कि सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से बिहार और जापान के सम्बन्ध सुदृढ़ रहे हैं। तकनीक और अकादमिक क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाकर हम अपने पुराने संबंधों को ही और प्रगाढ़ कर रहे हैं। अन्य विभिन्न अतिथियों ने आज आईआईटी पटना में आरंभ हुए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के विभिन्न आयामों एवम् पहलुओं पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 15 वें स्थापना दिवस के सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया । जिसमें उपस्थित अतिथियों ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 2008 से 2023 तक के इतिहास को संक्षिप्त एवं इंपैक्टफुल तरीके से बताया। इसके बाद संस्थान के छात्र छात्राओं ने अपने सांस्कृतिक प्रदर्शन से उपस्थित सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें