मधुबनी : रेबीज रोधी टीकाकरण सह-जन जागरूकता कार्यक्रम का जयनगर में आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 28 सितंबर 2023

मधुबनी : रेबीज रोधी टीकाकरण सह-जन जागरूकता कार्यक्रम का जयनगर में आयोजन

Vaccine-awareness-madhubani
जयनगर/मधुबनी जिले के जयनगर स्थित अनुमंडलीय पशु चिकित्साशामलय परिसर में विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर रेबीज रोधी टीकाकरण सह-जन जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन। इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घघाटन अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर बीरेन्द्र कुमार के द्वारा फीता काटकर किया गया। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनुमंडलीय पशु चिकित्साशामलय जयनगर के प्रभारी डॉ. पिंटू कुमार ने रेबीज के बारे विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि रेबीज एक ऐसा बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं हैं। ये आम तौर पर कुछ जानवरों के काटने से इंसानों में फैलती है, जिसमें कुत्ता, बिल्ली, बंदर आदि प्रमुख हैं। एक बार रैबीज का संक्रमण दिमाग तक पहुंच जाय तो, फिर इंसान को बचा पाना मुश्किल होता हैं। रेबीज से बचाव का सिर्फ एक तरीका है, कि जानवर के काटने के बाद जल्द से जल्द व्यक्ति को ऐंटी-रेबीज वैक्सीन लगा दी जाय। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि रेबीज के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत होती हैं। यही कारण है, कि इस खतरनाक एवं जानलेवा बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 28 सितम्बर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता हैं। चुकी रेबीज बहुत गंभीर बीमारी है, और इसका कोई इलाज नहीं हैं। इसी लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज हमलोग रेबीज रोधी टीकाकरण सह-जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दरसल रेबीज के ज्यादातर मामले पालतू जानवरों के काटने से सामने आता है। ऐसे में लोगों को इस बारे में जागरूक करना जरूरी है, कि जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों से कैसे बचाया जाए या जानवर के काटने पर किस तरह अपने आप को सुरक्षित कैसे किया जाय। अंत मे उन्होंने एक महत्वपूर्ण बात यह बताया कि रेबीज का संक्रमण हो जाने के बाद भले ही कोई इलाज न हो मगर संक्रमण फैलने से पहले इसे रोकने के लिए प्रभावी वैक्सीन हर सरकार अस्पताल में निःशुल्क उपलब्ध हैं। वहीं इस चिकित्सा शिविर में दर्जनों कुत्ता को वैक्सीन भी दिया गया। इस पावन अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर बीरेन्द्र कुमार, प्रखंड बिकास पदाधिकारी जयनगर राजिव कुमार,अनुमंडलीय पशु चिकित्साशामलय जयनगर के प्रभारी डॉ पिंटू कुमार, डॉ नितेश कुमार सिंह कोरहिया, डॉ. मौज अहमद खान बरही गोठ, डॉ. पवन कुमार जोगियारा, डॉ. रविकांत कमतौल, समेत पशु चिकित्सा विभाग के कई पदाधिकारियों एवं अधिकारियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

कोई टिप्पणी नहीं: