- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला राजस्व समन्वय समिति एवं राजस्व संग्रहण की समीक्षात्मक बैठक हुई आयोजित। अतिक्रमणवाद की समीक्षा में बेनीपट्टी ,फुलपरास एवं लौकही में सबसे ज्यादा लंबित मामले
- लोकसेवाओं के अधिकार के तहत प्राप्त आवेदनों को निर्धारित अवधी में निष्पादित करने का दिया निर्देश। दाखिल-खारिज के प्राप्त आवेदनों का हर हाल में ससमय निष्पादन करने का दिया निर्देश।
- जिला कल्याण पदाधिकारी एवं सीओ मधेपुर को कार्य मे लापरवाही एवं शिथिलता को लेकर स्पष्टीकरण। आंतरिक संसाधन की समीक्षा में खनन एवं वन विभाग प्रदर्शन निम्न, लक्ष्य के विरुद्ध काफी कम वसूली।
- अनुपस्थित सीओ रहिका,जयनगर,डीसीएलआर बेनीपट्टी से स्पष्टीकरण के साथ एक दिन का वेतन स्थगित करने का दिया निर्देश।
मधुबनी, जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला राजस्व समन्वय समिति एवं राजस्व संग्रहण की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई।अतिक्रमणवाद की समीक्षा के क्रम में में बेनीपट्टी में 70 ,फुलपरास में 54 एवं लौकही में 45 सबसे ज्यादा लंबित मामले पाए गए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अतिक्रमण के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ ससमय निष्पादित करे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अतिक्रमण सहित अन्य सभी मामलों में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश का हर हाल में ससमय अनुपालन सुनिश्चित कर रिपोर्ट करे।उन्होंने सभी सीओ अतिक्रमण वाद के मामलों को सरजमीनी पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी कार्य मे तत्परता दिखाए। उन्होंने उपस्थित सभी डीसीएलआर को नियमित रूप से अंचलों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया,साथ ही माह में कम से कम एक हल्का का भी निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी सीओ को जल निकायों के अतिक्रमण को स्वयं चिन्हित कर उसपर अतिक्रमण वाद चलाकर अतिक्रमण मुक्त करने का भी निर्देश दिया।लोकसेवाओं के अधिकार की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया कि प्राप्त आवेदनों को निर्धारित अवधी में हर हाल में निष्पादित करवाना सुनिश्चित करे। उपस्थित अंचल अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जनता दरबार में सबसे अधिक परिवाद भूमि विवाद से संबंधित होते हैं। भूमि विवाद के समाधान के लिए थाना दिवस को उपयोगी बताते हुए उन्होंने कहा कि भूमि विवाद से जुड़े मामलों में अधिकतर मामलों को भूमि की मापी करवाकर निष्पादित किया जा सकता है। थाना दिवस को प्रभावी बनाए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि जिस अंचल में दो थाने हैं वहां पूर्व से चले आ रहे शनिवार के तय दिन में दोनो थानों के लिए पूर्वाहन और अपराहन का समय मुकर्रर करते हुए इसकी सूचना प्रदर्शित कर दी जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी अंचल में तीन थाने हों तो किसी अन्य दिन को उक्त थाने में आयोजित होने वाले थाना दिवस के लिए तय करते हुए जनहित में जनसामान्य को इसकी सूचना पंहुचाई जाए। उन्होंने कहा कि वे स्वयं थाना दिवस पर थानों का औचक निरीक्षण करेंगे और देखेंगे कि नोटिस और तामिला जैसे कार्य समय से संपादित हुए हैं या नहीं! उन्होंने कहा कि भूमिविवाद के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ ससमय निष्पादित करे। अभियान बसेरा की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इसके तहत एक भी पात्र भूमिहीन छूटे नही,इसे हर हाल में सुनिश्चित करे।आंतरिक संसाधन की समीक्षा के क्रम में खनन एवं वन विभाग प्रदर्शन निम्न पाया गया। उक्त दोनों विभाग द्वारा अभी तक लक्ष्य के विरुद्ध काफी कम वसूली पाई गई।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी विभाग अपने निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध तेजी के साथ राजस्व वसूली के कार्य करे। दाखिल-खारिज के लंबित मामलों की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि हर-हाल में ससमय दाखिल-खारिज के प्राप्त आवेदनों का निष्पादन करे,अनावश्यक रूप से लंबित रखने या रिजेक्ट करने पर जबाबदेही तय कर करवाई की जाएगी।अनुपस्थित सीओ रहिका,जयनगर,डीसीएलआर बेनीपट्टी से स्पष्टीकरण के साथ एक दिन का वेतन स्थगित करने का दिया। जिलाधिकारी ने समीक्षा के क्रम में जिला कल्याण पदाधिकारी एवं सीओ मधेपुर को कार्य मे लापरवाही एवं शिथिलता को लेकर स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। उक्त बैठक में अपर समाहर्ता नरेश झा, नगर आयुक्त अनिल चौधरी, डीटीओ शशि शेखरण,डीपीआरओ परिमल कुमार, प्रभारी राजस्व शाखा,नलिनी कुमारी, क सहित जिले के सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता व अवर निबंधक पदाधिकारी एवं सभी अंचल अधिकारी आदि उपस्थित थे।
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