मधुबनी : जयनगर के युवा समाजसेवी अमित कुमार राउत ने किया अपना चौथा रक्तदान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 11 सितंबर 2023

मधुबनी : जयनगर के युवा समाजसेवी अमित कुमार राउत ने किया अपना चौथा रक्तदान

  • समाजसेवा के माध्यम से लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हैं माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के कोर्डिनेटर समाजसेवी अमित कुमार राउत

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जयनगर/मधुबनी, जिले के जयनगर के निवासी माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के मुख्य संयोजक समाजसेवी भाई अमित कुमार राउत ने जयनगर मे लगाए गए रक्तदान शिविर में अपना चौथा रक्तदान किया गया। इससे पहले भी तीन बार लोगों को रक्त देकर उनका जीवन बचाने का काम किया हैं। इस अवसर पर समाजसेवी अमित कुमार राउत ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है, जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं। अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। आज हम सभी शिक्षि‍त व सभ्य समाज के नागरिक है, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं, तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें। रक्त दान को हमारे समाज में महादान माना गया है। बता दें कि माँ अन्नपूर्णा रक्त रक्षक, जयनगर के द्वारा लगाए गए एक दिवसीय रक्तदान शिविर मे इन्होने अपने जीवन का चौथा रक्तदान किया है। मधुबनी जिला विशेषकर जयनगर अनुमंडल क्षेत्र में समाजसेवा में बीते कुछ सालों से समाजसेवी अमित कुमार राउत छाए हुए हैं और इसका कारण भी है, जोकि इनका जूनून दिनानुदिन समाज के लिए नित नये पथ पर समाज के अंतिम पायदान पर पहुँचाने का है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों यथा फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, यूट्यूब पर इनकी तस्वीर और वीडियोज उपलब्ध हैँ, जो इनकी समाजसेवा की जूनिनियत और संघर्ष को दर्शाते हैँ। सामाजिक कार्यों में सक्रियता के कारण इसी से इनकी बढ़ी हुई लोकप्रियता का सहज अनुमान लगाया जा सकता है। मधुबनी जिला के सीमावर्ती जयनगर के रहने वाले हैं और व्यवसाय के साथ ही सामाजिक कार्यों में पूर्णरूपेण समर्पित हैं। समाजसेवी अमित कुमार राउत शुरूआत के दिनों से ही व्यवसायिक कार्यों के साथ ही सामाजिक गतिविधियों में शामिल होते रहे हैं। वे लगभग पिछले दो दशकों से व्यापार में सक्रिय हैं। उनका अपना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी है।


क्या है इनका सामाजिक जीवन :

वर्तमान मे इनकी तीन संस्था मुख्य रूप से कार्यरत है, जो निम्न हैँ :-

1). माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन(पिछले 1150दिनों से रोज जयनगर रेलवे स्टेशन और इसके सामने पुराना नगर पंचायत परिसर मे लंगर लगाकर खिलाती है जरुरतमंदों को खाना)

2). माँ अन्नपूर्णा महिला मंच (पिछले दो सालों से अनवरत लड़कियों एवं महिलाओ के उत्थान एवं इनको आत्मनिर्भर बनाने मे करती है मदद)

3). माँ अन्नपूर्णा रक्त रक्षक (रक्तदान के क्षेत्र मे पिछले दो सालों से कर रही है उल्लेखनीय कार्य, बचा चुकी है अब तक तीन सौ से ज्यादा जान)


नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे जयनगर में उन्होंने और उनकी टीम ने लगभग तीन वर्ष पूर्व प्रतिदिन असहायों, निर्धनों के लिए नि:शुल्क भोजनदान की शुरुआत की थी, वह आज भी अनवरत जारी है और इसकी चर्चा जयनगर, मधुबनी ही नहीं बल्कि दरभंगा प्रमंडल, मिथिला क्षेत्र समेत सम्पूर्ण बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र में होती है। "माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन,जयनगर" जैसे बैनर तले सर्दी-गर्मी-बरसात की परवाह किये बिना वे अपनी टीम के सदस्यों के साथ भूखे लोगों के लिए समाजदूत बनकर सामने आए हैं। "माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन, जयनगर" की शुरुआत कोरोना काल मे हुए दूसरे लॉकडाउन के समय जयनगर रेलवे स्टेशन परिसर से हुआ था और आज इसकी प्रेरणा से जयनगर और मधुबनी जिले में कई अन्य संगठन भी इनका अनुकरण कर रहे हैं, इनसे प्रेरणा ले रहे हैं। इस सामाजिक संगठन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें लोग स्वेच्छा से जुड़ते हैं और सभी सदस्य समान भाव से सेवा करते हैं। इस संगठन में सभी सदस्य रोज तन-मन-धन एवं अपार सेवाभाव से श्रमदान देते हैँ, जिसका प्रमाण कई है।


मिल चुके हैँ राष्ट्रीय सहित कई अन्य प्रतिष्ठित सम्मान :

देश भर के कोने-कोने मे कई प्रतिष्ठित मंचों पर इनको कई सारी प्रतिष्ठित अवार्डो से नवाज़ा गया है। ये सभी अवार्ड इनको इनके सामाजिक जीवन मे उल्लेखनीय और अद्भुत कई कार्यों की वजह से मिला है। इनके द्वारा समाज को एक नया आयाम दिया जा है, जो अकल्पनीय था, पर उन्होंने अपनी लगन, मेहनत और संघर्ष के बदौलत आज ये मुकाम हासिल किया है।


क्यों है जरुरी रक्तदान और क्यों करना चाहिए हर मनुष्य को रक्तदान :

इसकी बजह से प्रतिवर्ष लाखों लोगों को नया जीवन मिलता है। दरअसल इंसान के रक्त को बनाया नहीं जा सकता है। जो ब्लड लोगों द्वारा दान किया जाता है, वही अन्य जरूरतमंद लोगों के लिये इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह रक्त दान द्वारा दूसरों की जिंदगी बचाने का काम होका है। वहीं यह भी जानना जरूरू है कि रक्त दान करने वाले व्यक्ति को भी इससे फायदे होते है। दिल का स्वास्थ्य बेहतर होता है- नियमित रूप से ब्लड डोनेशन करने से आयरन लेवल ठीक बना रहता है। शरीर में आयरन बढ़ जाए, तो ऑक्सीडेटिव डैमेज होता है, जिससे टिशू डैमेज होता है। ये दिल की बीमारियों से भी बचाव करता है। ये वक्त से एजिंग होने, स्ट्रोक आने और हार्ट अटैक से बचाव करता है।लीवर की बीमारियों और कैंसर का जोखिम कम- ब्लड डोनेट करने से लीवर पर अच्छा असर पड़ता है। लीवर का कार्य आयरन मेटाबॉलिज्म पर निर्भर करता है। ब्लड डोनेशन से शरीर में आयरन की मात्रा सही बनी रहती है और लीवर डैमेज होने से बचता है। साथ ही, आयरन की अधिकता से लीवर टिशू का ऑक्सीडेशन होता है, जिससे वो डैमेज हो सकता है और आगे चलकर कैंसर बन सकता है। इसलिए नियमित रूप से ब्लड डोनेट करने से लीवर कैंसर का जोखिम भी कम होता है।

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