75 फीसदी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने पर शिक्षा मंत्रालय देगा ईडब्ल्यूएस की सीटें । - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 9 सितंबर 2023

75 फीसदी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने पर शिक्षा मंत्रालय देगा ईडब्ल्यूएस की सीटें ।

  • 46 कॉलेजों ने ईडब्ल्यूएस सीटों के बढ़ने पर अतिरिक्त सीटों की मांग की ।
  • ईडब्ल्यूएस की अतिरिक्त सीटों के बढ़ने से सामान्य वर्गों के अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी ।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव ( कॉलेजिज ) ने  तीन महीने पूर्व विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी कॉलेजों के प्राचार्यो तथा संस्थान के निदेशकों को सर्कुलर जारी करते हुए  ईडब्ल्यूएस की 10 फीसदी अतिरिक्त पदों की आवश्यकता के विषय में जानकारी मांगी गई थीं कि 10 फीसदी सीटों के बढ़ने पर उनके कॉलेज में कितनी टीचिंग पोस्टों की आवश्यकता है । कॉलेजों से उनके आंकड़े देने को कहा था । कॉलेजों के प्राचार्यों ने शैक्षिक व गैर शैक्षिक पदों के आंकड़े विश्वविद्यालय को भेज दिए । भेजें गए शैक्षिक पदों के आंकड़ों को लेकर पिछले दिनों डूटा के अध्यक्ष प्रोफेसर अजय भागी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिले थे । शिक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे ही अपने कॉलेजों में शिक्षकों की 75 फीसदी पदों पर स्थायी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर लेगा शिक्षा मंत्रालय उन्हें ईडब्ल्यूएस के कारण बढ़ी सीटें दे देगा । फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस  शिक्षक संगठन के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि  दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में शैक्षिक पदों पर ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों को 10 फीसदी अतिरिक्त सीटों का ब्यौरा 46 कॉलेजों के प्राचार्यों ने दिया है । कॉलेजों के प्राचार्यो ने छात्रों की बढ़ी संख्या के आधार पर  25 फीसदी अतिरिक्त शिक्षकों की मांग की है । बाकी लगभग 35 कॉलेजों ने अभी आंकड़े  जारी नहीं किए । इसमें सर्वाधिक अतिरिक्त सीटें मांगने वाले कॉलेजों में है --- हंसराज कॉलेज -- 92 ,गार्गी कॉलेज--91 ,दयालसिंह कॉलेज --81 ,देशबंधु कॉलेज --80 यूसीएमएस --80   जाकिर हुसैन कॉलेज --72 दौलतराम कॉलेज --60 रामजस कॉलेज --59 कालिंदी कॉलेज --55 ,शिवाजी कॉलेज --49 , रामलाल आनंद कॉलेज --46 , वेंकटेश्वरा कॉलेज -- 46 ,हिन्दू कॉलेज --45 स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज --45 , पीजीडीएवी कॉलेज --44 , लेडीश्रीराम कॉलेज --44 , एआरएसडी --44 , विवेकानंद कॉलेज --43 , शहीद भगतसिंह कॉलेज --43 , रामलाल आनंद --42 , जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज --41 , भारती कॉलेज --40 आदि कॉलेजों में ईडब्ल्यूएस के कारण शिक्षकों की सीटें बढ़ी है । डॉ.सुमन का कहना है कि कॉलेजों व संस्थानों में ईडब्ल्यूएस की अतिरिक्त सीटों के बढ़ने से सामान्य वर्गों के उन एडहॉक टीचर्स को राहत मिलेगी जिनकी सीटें 200 पॉइंट पोस्ट बेस रोस्टर के अंतर्गत ईडब्ल्यूएस में चली गई थीं तथा स्थायी नियुक्ति के समय कुछ कॉलेजों से डिस्प्लेसमेन्ट भी हुए हैं । फोरम के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने  डूटा अध्यक्ष प्रोफेसर ए. के. भागी से मुलाकात कर उनसे ईडब्ल्यूएस की अतिरिक्त सीटों पर बातचीत की । प्रोफेसर भागी ने उन्हें बताया है कि ईडब्ल्यूएस की टीचिंग पोस्टों के लिए  शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान से लंबी बातचीत हुई है । उनका कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय पहले विज्ञापित पदों पर 75 फीसदी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी करें । इन पदों के भरने के बाद शिक्षा मंत्रालय दिल्ली विश्वविद्यालय को 25 फीसदी ईडब्ल्यूएस की अतिरिक्त सीटें देगा । प्रोफेसर भागी ने आश्वासन दिया है कि वे चुनाव के पश्चात ईडब्ल्यूएस सीटों को अवश्य लेकर आएंगे । ईडब्ल्यूएस सीटों के बढ़ने से सामान्य वर्गों  के अभ्यर्थियों को मिलेगी राहत --- फोरम के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने  बताया है कि कॉलेजों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उम्मीदवारों के लिए ईडब्ल्यूएस सीटों के मिलने पर समाज के सभी कमजोर वर्गों के शिक्षकों के साथ सामाजिक न्याय होगा । उनका यह भी कहना है कि  शिक्षा मंत्रालय से सीटें मिलने के बाद कॉलेजों को फिर से रोस्टर रजिस्टर तैयार कर विश्वविद्यालय प्रशासन से पास कराकर पदों को विज्ञापित किया जाएगा । उनका कहना है कि  किन्हीं कारणों से स्थायी नियुक्ति के समय सामान्य वर्गों के शिक्षक डिस्प्लेसमेन्ट हुए है उन्हें इन पदों पर अवसर दिया जाएगा । फोरम की पहली प्राथमिकता है रोस्टर के कारण पदों के घटने से जो शिक्षकों बाहर हुए पहले उन्हें लगवाया  जायेगा । डॉ.सुमन ने  यह भी बताया कि दिल्ली सरकार के कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती कम हुई है और पद ज्यादा है । हमारे पास शिक्षकों के पदों की कमी नहीं है । जितने शिक्षक पढ़ा रहे है उससे कहीं ज्यादा पद है ।  एडहॉक टीचर्स जल्द स्थायी हो , दिल्ली सरकार के कॉलेजों में भी हो नियुक्ति -- प्रोफेसर भागी से फोरम के चेयरमैन ने यह भी मांग रखी कि वे दिल्ली सरकार के बाकी बचे कॉलेजों में जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराएं । साथ ही सरकार के पूर्ण वित्त पोषित 11 कॉलेजों में नियुक्ति हो ।  प्रो.भागी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि दिल्ली सरकार के बचे हुए कॉलेजों में भी स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी । उन्होंने बताया है कि कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति , पदोन्नति के साथ पेंशन व अन्य मुद्दों पर तीव्र गति से कार्य हो रहा है ।

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