गया : पितृपक्ष मेला में कोई हताहत ना हो - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 22 सितंबर 2023

गया : पितृपक्ष मेला में कोई हताहत ना हो

Security-gaya-pitrapaksh-mela
गया। इस वर्ष आयोजित होने वाले पितृपक्ष मेला महासंगम 2023 के अवसर किये गए तैयारी का जायजा लेने ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने सीता कुंड पहुँचे। कार्यपालक अभियंता गया जी डैम में बताया कि पिछले रात से काफी अच्छी वर्षा हुई है, जिसके कारण पानी का बहाव बढ़ा है। वर्तमान समय मे 10 फ़ीट पानी मौजूद है।  पितृपक्ष मेला में कोई हताहत ना हो, इसे लेकर वरीय उप समाहर्ता आपदा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि 25 सितंबर तक पूरी मजबूती के साथ सीता कुंड - पंचदेव घाट- सीता पथ - डैम की ओर एवं शमशान घाट- गजाधर घाट-देवघाट होते हुए डैम के लास्ट बिंदु तक पूरी मजबूती से बैरिकेटिंग करवाये साथ ही बैरिकेटिंग के ऊपर गहरा पानी है, आगे ना जाएं इत्यादि फ्लेक्स बैनर के माध्यम से प्रदर्शित करवाये। मेला अवधि में लगातार एसडीआरएफ एक गोताखोर को नाव सहित प्रतिनियुक्ति रखे। कोई घटना न हो, इसका पूरा ऐतिहात बरते।  सीता पथ पर किये जा रहे मिथिला पेंटिंग को भी देखा। बताया गया कि भारत का सबसे लंबा यह मिथिला पेंटिंग है। सीता पथ पर कुल 600 मीटर में यह मिथिला पेंटिंग बन रही है। 27 सितंबर तक पेंटिंग का कार्य पूर्ण कर ली जाएगी। माँ सीता के सम्बंध में पूरा पेंटिंग के माध्यम से जिबनी को दिखाने का कार्य किया गया है, माँ सीता कैसे तर्पण करने गया जी के सीता कुंड तक आये इत्यादि सभी चीजें पेंटिंग से दर्शाया गया है।

          

ज़िला पदाधिकारी ने बताया कि यह पेंटिंग बनने से घाट की खूबसूरती और बढ़ गयी है। इस पेंटिंग को सालो साल सुरक्षित रखने के लिये पहल किया जाना आवश्यक है। ज़िला पदाधिकारी ने सुझाव दिया कि एलईडी पट्टी वाली लाइट, पूरे पेंटिंग वॉल के नीचे नीचे समानांतर लगाने से रात्रि में भी पेंटिंग काफी खूबसूरत दिखेगी। इसके अलावा और क्या किया जा सके जिससे पेंटिंग सुरक्षित रह सके इसपर प्लान सोचने को कहा।  इसके उपरांत सीता कुंड में लगे विभिन्न नल के टैप को खोल कर देखा, जहां बंद था, उसे तुरंत ठीक करने को कहा। साफ सफाई को और दुरुस्त करने को कहा। इसके उपरांत पितृपक्ष मेला के दौरान बनाए जाने वाले विभिन्न पार्किंग स्थल का भी निरीक्षण किया। केंदुई पार्किंग स्थल में निरीक्षण के दौरान पहुंच पथ एवं पार्किंग ग्राउंड समतल नहीं रहने पर उन्होंने अपर समाहर्ता तथा जिला परिवहन पदाधिकारी को संयुक्त रूप से टीम बनाकर सभी पार्किंग स्थलों को समतल कराने तथा पार्किंग स्थलों में पर्याप्त टॉयलेट, स्नानघर, वाहन चालकों को बैठने की व्यवस्था, पर्याप्त रोशनी, पेयजल इत्यादि की व्यवस्था हर हाल में उपलब्ध रहे, इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि थोड़ी बहुत वर्षा होने के कारण यदि पार्किंग स्थल में कीचड़ या जलजमाव की स्थिति है तो स्टोन डस्ट डलवा कर समतल करवाये। उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जेसीबी तथा ट्रैक्टर का अलग-अलग टीम बनाकर सभी पार्किंग स्थलों पर व्यवस्था करवाये। इसके उपरांत उन्होंने गया कॉलेज खेल परिसर तथा कोरला हॉस्पिटल पार्किंग स्थल का भी निरीक्षण किया। केंदुई में असम नागालैंड से आये हुए तीर्थयात्रियों से मिला, उनसे गया जी के बारे में फीडबैक लिया। काफी सकारात्मक एवं सरकार सहित प्रशासन का भी काफी खुशी प्रकट किया। यात्रियों ने बताया कि पितृपक्ष मेला के पहले ही काफी सारी व्यवस्थाएं हम सभी तीर्थ यात्रियों के लिए की जा रही है जो काफी अच्छी पहल है। जिला पदाधिकारी ने भी उन सभी यात्रियों को धन्यवाद दिया और अच्छे से तर्पण किए जाने के भी जानकारी लिया। निरीक्षण के क्रम में पंचायती अखाड़ा से तुतवाड़ी भाया चंदेश्वर जनता कॉलेज दुखहरनी मंदिर वाली सड़क, गया बोधगया केंदुई के पास सड़क, चांद चौरा रोड, पिता महेश्वर से कोइरीबारी सड़क, स्टेशन से बैरागी होते हुए रामशिला प्रेतशिला वाली सड़क खराब देखी गयी। ज़िला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता आरसीडी को निर्देश दिया कि अबिलम्ब उक्त सड़को को ठीक करवाये।

कोई टिप्पणी नहीं: