--- वीरेंद्र यादव न्यूज ---
पटना, यादवों को जोड़ने की भाजपा की बेचैनी अब परवान चढ़ने लगी है। जातीय गणना की रिपोर्ट आने के बाद से भाजपा ज्यादा परेशान है। जिन हिंदू सवर्णों को भाजपा 15 प्रतिशत समझती थी, वे 10 फीसदी पर अटक गये। जातीय गणना ने बनियों के बीच व्याप्त विभाजन को भी स्पष्ट कर दिया है। भाजपा की निगाह सवर्णों से लगभग डेढ़ गुनी आबादी वाले यादव वोटरों पर है। इस बीच भाजपा 14 नवंबर को यादवों की एक बड़ी सभा करने वाली है। 13 नवंबर को गोवर्धन पूजा है। यादवों के लिए जन्माष्टमी के बाद सबसे बड़ा उत्सव। यादव सम्मेलन के लिए प्रस्तावित जगह बापू सभागार है। इसके लिए अभी भाजपा के किसी बड़े नेता का नाम तय नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि जेपी नड्डा के साथ भूपेंद्र यादव आ सकते हैं। इस सभा की तैयारी को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और एमएलसी नवल किशोर यादव लीड कर रहे हैं। भाजपा सूत्रों की मानें तो मुख्य अतिथि की उपलब्धता के आधार पर कार्यक्रम एकाध दिन आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
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