हरलाखी/मधुबनी, जिले के हरलाखी प्रखण्ड की जनता को जागरूक होने की जरूरत है। यहां के लोग जान की बाजी लगाकर अवैध नर्सिंग होम में विभिन्न प्रकार का ऑपरेशन कराने जाते हैं, जिस कारण मोटी रकम खर्च तो होता ही है। उसके अलावे आए दिन उन अवैध नर्सिंग होम में जच्चा बच्चा की मौत होती रहती है। उक्त बातें उमगांव स्थित अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान डॉ. संतोष सिंह कुशवाहा ने कही। उन्होंने कहा कि जब बाजार से आलू, प्याज लेते वक्त हमलोग चुनकर लेते है, फिर आँख बंद कर लोग अवैध नर्सिंग होम में क्यों चले जाते है? उन्होंने कहा कि जनता को अपने और अपने परिवार के खातिर जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने हरलाखी के छह अवैध नर्सिंग होम को बंद के आदेश के बावजूद उन संचालकों द्वारा खुला रखने पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को औचक निरीक्षण करने की जरूरत है। चूंकि छह के छह अवैध नर्सिंग होम जिला प्रशासन के आदेश को ताख पर रख अभी भी संचालित है। वहीं एमएसयू जिलाध्यक्ष राघवेंद्र रमन ने कहा कि हमारे द्वारा जिला लोक शिकायत में दायर परिवाद के बाद उमगांव के विभिन्न नर्सिंग होम पर धावादल के द्वारा छापेमारी हुई, जहां छह नर्सिंग होम अवैध पाया गया। लेकिन दुःख की बात है कि अब भी वह सभी अवैध नर्सिंग होम खुले हुए है। जहां जागरूकता के अभाव में अब भी लोग उस जगह ईलाज की जाते है।
सोमवार, 2 अक्टूबर 2023
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मधुबनी : बंद के आदेश के बावजूद अभी भी खुले है अवैध नर्सिंग होम, लोगों को है जान का खतरा
मधुबनी : बंद के आदेश के बावजूद अभी भी खुले है अवैध नर्सिंग होम, लोगों को है जान का खतरा
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