बिहार : नीतीश-तेजस्वी किसकी भागीदारी की बात कर रहे : प्रशांत किशोर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 10 अक्टूबर 2023

बिहार : नीतीश-तेजस्वी किसकी भागीदारी की बात कर रहे : प्रशांत किशोर

  • बिहार में 18 प्रतिशत मुसलमान हैं लेकिन 10 से ज्यादा विभाग और बिहार सरकार का 50 पर्सेंट से ज्यादा बजट नीतीश-तेजस्वी के पास

Prashant-kishore-attack-nitish-tejaswi
सीतामढ़ी : जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के मुस्लिमों को लेकर दोहरे रवैये हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में 18 पर्सेंट मुसलमान हैं, इन 18 प्रतिशत मुसलमानों में कितने विधायक और मंत्री हैं और उन मंत्रियों का बजट कितना है? बिहार सरकार में जो सारे डिपार्टमेंट हैं वो दो ही लोगों ने अपने पास रखे हैं। या तो वो मुख्यमंत्री के पास हैं या उपमुख्यमंत्री के पास। 10 से ज्यादा विभाग और 50 पर्सेंट से ज्यादा बिहार सरकार का बजट सिर्फ दो व्यक्ति के पास है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तो किसकी भागीदारी की ये बात कर रहे हैं? सब पर कुंडली मारकर ये खुद बैठे हैं तो भागीदारी देंगे किसको? राजनीति की जहां तक बात है तो इन दोनों दलों को चुनौती दे रहे हैं ये जरा बता दें कि कितने अति पिछड़ों को इन्होंने टिकट दिया है? कितने अति पिछड़ों को विधायक बनाया है? 


RJD के पास 75 विधायक हैं उसमें कितने अति पिछड़े हैं ये तेजस्वी यादव क्यों नहीं बताते, इनके राजनीतिक पारी का अन्त हो रहा है

सीतामढ़ी के बर्गेनिया में जन संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि RJD के जो अभी 75 विधायक हैं उसमें कितने अति पिछड़े हैं ये जरा बता दें? नीतीश कुमार बता दें कि उन्होंने कितने अति पिछड़ों को टिकट दिया है जरा ये बता दें? समाज के लोग इतने बेवकूफ नहीं है। किसी की संख्या बढ़ा दीजिए किसी की संख्या घटा दीजिए इससे कुछ होने वाला नहीं है। मैंने पहले भी कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पारी का अंत हो रहा है और ये डूबते हुए राजनेता का अंतिम दांव है ताकि समाज में आग लगाकर समाज को बांटकर एक बार किसी तरह से अपना काम चला लें। मैंने पहले भी कहा है और आज फिर से दोहरा देता हूं कि जितनी समझ मुझे चुनाव और राजनीति की है लिखकर दे देते हैं JDU को इस बार 5 सीटें अगर आ जाए तो मैं सार्वजनिक तौर पर सबके सामने माफी मांगने को तैयार हूं। इस अंतिम दाव का कोई असर नहीं होगा।

कोई टिप्पणी नहीं: