कार्यक्रम संयोजन एवं समन्वयन सहायक निदेशक रविकांत ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रविकांत सहायक निदेशक ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने उद्यमिता का महत्व, प्रक्रियाओं, इस संबंध में विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। रविकांत ने उद्यमियों एवं भावी उद्यमियों को बिहार राज्य मे एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार एवं बिहार सरकार द्वारा चलाये जाने वाली योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुद्रा, स्टार्टअप, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री क्लस्टर योजना एवं जिला मे प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम सफलता में जिला उद्योग केन्द्र की भूमिका के बारे में जानकारी दी एवं पटना जिला में विभिन्न औधोगिक सम्भावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सुमन शेखर ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से उद्यमिता के लिए उपस्थित प्रतिभागियों को प्रेरित किया। संजीव आजाद ने जिला में चलाये जाने वाली विभिन्न योजनाओं में बैंको द्वारा दी जाने वाली वितीय सहायता एवं जिला अग्रणी बैंक की भूमिका और बैंकों द्वारा चलाये जाने वाली अन्य स्कीम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में रविकांत ने संबोधित करते हुए हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिभागियों को भरोसा दिया एवं उनके सवालों का निराकरण किये। कार्यक्रम का विधिवत समापन डॉ कुमारी निमिषा, सहायक प्रोफेसर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन द्वारा किया गया I कार्यक्रम का समन्वयन रविकांत, सहायक निदेशक द्वारा किया गया।
पटना, 09 नवंबर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उधम विकास कार्यालय, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार,पटना द्वारा गुरुवार ( 09-11-2023) को पटना में स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय, गुलजरबाग, पटना के सभागार में एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम , एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के उद्यमिता सह कौशल विकास योजना के अंतर्गत, इस कार्यक्रम का आयोजन कार्यालय के निदेशक महोदय प्रदीप कुमार, आई.ई.डी.एस. के निर्देशन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य, उद्यमियों /भावी उद्यमियों/ छात्रों/छात्राओं के बीच उद्यमिता के महत्व, प्रक्रियाओं, इस संबंध में विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं बिहार राज्य में, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता एवं विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना था। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ जयश्री, प्राचार्या, राजकीय महिला महाविद्यालय, रविकांत, सहायक निदेशक, सुमन शेखर, महासचिव, लघु उद्योग भारती, बिहार, डॉ. सफीउल्लाह, सहायक प्रोफेसर, चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, अनिता मिनिक, सहायक प्रोफेसर, संजीव आजाद, सहायक निदेशक इत्यादि मौजूद रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें