पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास की अध्यक्षता में “कृषि अपशिष्ट प्रबंधन” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया | उक्त कार्यशाला का आयोजन स्वच्छ भारत अभियान 3.0 के स्वच्छता पखवाड़ा (16-31 दिसंबर, 2023) के अंतर्गत किया गया | इस अवसर पर स्वच्छता अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने एक व्याख्यान प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने बताया कि कृषि अपशिष्ट पदार्थ, जैसे पुआल, गिरे पत्तियों, डालियों आदि को कंपोस्ट एवं वर्मीकम्पोस्ट में परिवर्तित करके पुनः खेतों में उपयोग किया जा सकता है | उन्होंने यह भी बताया कि कृषि अपशिष्ट प्रबंधन से वातावरण तो शुद्ध रहेगा ही, साथ ही खेतों की उर्वरक क्षमता भी बढ़ेगी। संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास ने अपने संबोधन में संस्थान के वैज्ञानिकों से कृषि अपशिष्ट पदार्थों का पुनर्चक्रण करके कृषि एवं दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली विभिन्न वस्तुओं के निर्माण पर प्रयास करने की सलाह दी | डॉ. आशुतोष उपाध्याय, प्रभागाध्यक्ष, भूमि एवं जल प्रबंधन ने स्वच्छता पर अपनी स्वरचित कविता सुनाकर स्वच्छता के प्रति लोगों को प्रेरित किया | उक्त कार्यशाला में संस्थान मुख्यालय; कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केन्द्र, राँची; कृषि विज्ञान केन्द्र, बक्सर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, रामगढ़ के कर्मियों के साथ-साथ आईएआरआई हब, पटना के विद्यार्थीगण भी शामिल हुए एवं विचार व्यक्त किए।
शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023

पटना : कृषि अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्यशाला का आयोजन
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