- बाबा विश्वनाथ धाम में अब तक का टूटा रिकॉर्ड, साढ़े सात लाख श्रद्धालुओं ने मत्था टेका, गंगा आरती और सूर्य पूजा दशाश्वमेध घाट पर की गई
नव वर्ष के स्वागत को लेकर रविवार को शहर से लेकर देहात तक हर्ष और उल्लास में डूबा रहा। शाम होते ही हर तरफ डीजे बजने लगे और लोग जमकर थिरके। देर शाम से रात तक नए साल के जश्न में लोग थिरकते रहे। फूलों, ग्रीटिंग कार्ड और गिफ्ट आइटम का बाजार भी गर्म रहा। पूरे दिन युवाओं के जत्थे बाजार में नए साल पर तोहफे भेंट करने की तैयारियों के लिए खरीदारी करते नजर आए। चाहे फूलों की मार्केट रही हो या फिर ग्रीटिंग कार्ड एवं गिफ्ट कार्नर की दुकानें। डायरियों के दुकानों पर भी भीड़ दिखी। बाजार दुल्हन की तरह सजे थे। आकर्षक छूट से ग्राहकों को लुभाने की होड लगी हुई है। थर्टी फर्स्ट गुड नाइट को ड्रिंक एंड डांस के साथ फुल मस्ती रही। बीयर बार, होटल्स से अलग कई ऐसे रिसोर्ट्स बुक किए गए थे। कई जगह भजन संध्या, देवी जागरण का भी आयोजन किया गया। जहां बड़ी संख्या में लोग प्रभु आराधना के साथ नए वर्ष का स्वागत करते दिखे। नए साल की पूर्व संध्या पर हर कोई खासकर युवा वर्ग हर्ष और उल्लास में दिखा। दिन ढलने के बाद शाम से ही शहर से लेकर देहात क्षेत्र में डीजे बजने लगे। फिल्मी गीतों की धुनों पर लोगों ने जमकर नृत्य कर किया। पुरुषों के साथ ही महिलाओं ने भी नृत्य करके नए साल को लेकर जश्न मनाया। कई स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करके नए साल की पूर्व संध्या पर लोगों ने खूब धमाल मचाया। लोग नए साल के पहले दिन भगवान शंकर की पूजा-पाठ की तैयारी में लीन दिखें। वर्ष के पहले दिन वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर नववर्ष की विशेष आरती की व्यवस्था की गई है। इस आरती का मकसद विश्व कल्याण, शान्ति और सौहार्द्य साथ ही मां गंगा की अविरलता और निर्मलता की कामना है।
बाबा विश्वनाथ धाम में अब तक का टूटा रिकॉर्ड, साढ़े सात लाख श्रद्धालुओं ने मत्था टेका
काशी विश्वनाथ धाम में सुबह 4ः00 बजे से ही दर्शन पूजन शुरू हो गया था। बाबा की पहली आरती के बाद दर्शनार्थियों का आना शुरू हुआ तो देर रात चलता रहा। दावा है कि मंदिर में मत्था टेकने वालों श्रद्धालुओं का अब तक का सबसे ज्यादा रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। पिछले सावन के सोमवार को लगभग 7,25,000 श्रद्धालुओं ने एक दिन में दर्शन किया था। इस बार नए साल पर रात्रि के 9ः00 बजे ही यह आंकड़ा पार करते हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम में 7 लाख 35 हजार से अधिक लोगों ने दर्शन कर लिया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि इस बार की होने वाली दर्शनार्थियों की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम में पूर्व में ही तैयारी कर ली गई थी। इसलिए सभी दर्शनाथियों को बेहतर बाबा के दर्शन हो चुके हैं। सोमवार को होने वाले दर्शन ने अब तक का सर्वाधिक दर्शन का रिकॉर्ड पहली जनवरी को दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मंगला आरती के पश्चात 4ः00 बजे जब दर्शन आर्थियों के लिए पट खुल गया, वह लगातार 11ः00 तक चला रहा।
मार्कंडेय महादेव मंदिर व स्वर्वेद महामंदिर में रही भीड़
नववर्ष पर मार्कंडेय महादेव मंदिर व स्वर्वेद महामंदिर उमरहां में लोग सपरिवार पहुंचे। साल के पहले दिन दर्शन करने वालों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। संदहां रिंग रोड से उमरहां स्वर्वेद महामंदिर धाम तक वाहनों के काफिले के चलते वाराणसी गाजीपुर गोरखपुर हाइवे पूरे दिन जाम की चपेट में रहा। मंदिरों के अलावा घाटों पर भी सैलानियों का हुजूम देखने को मिला। नववर्ष पर कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए सुबह से भीड़ लगी रही। यहां पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों से भी आकर श्रद्धालुओं ने सपरिवार बाबा के दरबार में हाजिरी लगाकर नए वर्ष अच्छे से बीतने की कामना भी की। स्वर्वेद महामंदिर धाम उमरहां में विहंगम योग के शताब्दी वार्षिकोत्सव में प्रधानमंत्री के द्वारा महामंदिर के लोकार्पण से ही भीड़ चल रही है, लेकिन नववर्ष पर अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त नजर आए। सुबह से ही शहर व गांव के अलावा कई प्रांतों से भी लोग परिवार संग यहां पहुंचे। मंदिर के राजस्थानी संगमरमर पर बने नखासी, कलाकृतियां देखने के लिए लोग बेताब दिखे।
नमो घाट पर पर्यटकों की भारी भीड़
सुबह-ए-बनारस से दिन की शुरुआत करते हुए पर्यटकों ने नौका विहार व घाटों का आनंद लिया। पर्यटन का नया केंद्र बना नमो घाट पर भी भीड़ रही। काशी के विकास की गाथा सुन पर्यटक की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका सीधा लाभ वाराणसी और आसपास के लोगों के व्यापार को मिल रहा है।

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