लदनियां/मधुबनी, जिले के लदनियां प्रखंड क्षेत्र के प्रखंड मुख्यालय से 15 किलोमीटर के दूरी पर डलोखर पंचायत के एपीएचसी मिर्जापुर में भवन व कर्मियों की भारी कमी है। कुछ भी स्वास्थ्य सेवा लायक नहीं बचा है। दस वर्ष पूर्व दो भवनों के निर्माण की शुरूआत हुई थी, जो अभीतक अपूर्ण है। एक कर्मी के भरोसे अस्पताल का खुलना व बंद होना निर्भर है। वर्षों से यही स्थिति है। होस्पिटल परिसर में गोबर से लोग उपेंद्र बनाते आ रहे हैं। एमबीबीएस, ड्रेसर, नर्स व फर्मासिस्ट के पद स्थापनाकाल से ही रिक्त पड़े हैं। एक्सरे मशीन व एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं होना, लोगों की परेशानी का सबसे बड़ा कारण है। यहां के लोगों को प्राथमिक चिकित्सा के लिए भी 15 किलोमीटर दूर स्थित सीएचसी लदनियां, 20 किलोमीटर दूर बाबूवरही, 25 किलोमीटर दूर खुटौना व 30 किलोमीटर दूर खजौली जाना पड़ता है। इसके चारों तरफ उक्त दूरी तक कोई ऐसा अस्पताल नहीं हैं, जहां इलाज कराया जा सके और इतनी दूरी तय कर इलाज के लिए जाना सबसे संभव हो नहीं पाता है, इसप्रकार यहां के अधिकतर लोगों को इसी सुविधाहीन एपीएचसी के भरोसे रहना पड़ता है और नुकसान झेलना पड़ता है। उक्त बाबत पूर्व मुखिया राम देव यादव, मुखिया प्रतिनिधि रामचन्द्र यादव,राजद नेता दीपक कुमार यादव,राजद नेता विष्णुदेव भंडारी एवं ध्यानी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक मांग पत्र आनलाइन प्रेषित किया है। इस मांग पत्र में निर्माणाधीन भवन का निर्माण कार्य पूर्ण करवाने, रिक्त पदों पर कर्मियों के पदस्थापन और अत्याधुनिक सुविधा से अस्पताल को सुसज्जित कराये जाने की मांग की गई है। ज्ञात हो कि 1990 के दशक में तत्कालीन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री स्व देव नारायण यादव ने उक्त स्थान पर जनता के मांग पर 10श्यया वाली अस्पताल का निर्माण कराया था।उस समय लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होता था। परंतु वर्तमान समय में यहां सुविधा उपलब्ध नहीं हो रहा है।
सोमवार, 8 जनवरी 2024
मधुबनी : स्वास्थ्य कर्मी व भवन की कमी के बीच है गंदगी का आलम
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