अपर मुख्य सचिव ने 406 करोड़ (वर्तमान में बढ़ोतरी) की लागत से जयनगर स्थित कमला बीयर को बदले बाराज निर्माण कार्य स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने बाराज निर्माण कार्य की गति और बाराज का नक्शा दिखाया। निर्माण कार्य में जमीन संबंधित बाधा उत्पन्न से संबंधित बिन्दुओं पर उन्हें अवगत कराया गया। अपर मुख्य सचिव ने बाराज कार्य की गति को देखते हुए नाराजगी जाहिर करते हुए जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। स्थल पर मौजूद निर्माण ऐजेंसी के अधिकारियों को बाराज निर्माण कार्य जून तक पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्य में विलंब को देखते हुए मौके पर मौजूद कार्यपालक अभियंता से निर्माण ऐजेंसी से स्पष्टीकरण मांग करने की बात कही। नदी के बीच से गुजर रही बिजली के तार को हस्तांतरित करने के लिए विभाग को राशि आवंटित करने की बात कही। जब पुल के पश्चिमी व पूर्वी भाग में स्थित मंदिर को अलग जगह पर जल्द हस्तांतरण करने की बात कही। अपर मुख्य सचिव ने बाराज निर्माण कार्य स्थल के अलावे जमीन अधिग्रहण वाले स्थान का जायजा लिया एवं उपस्थित अधिकारियों को भू-स्वामी को जल्द मुआवजा की राशि देने की बात कही। उनके साथ जल संसाधन विभाग के सभी डिविजन के अधिकारियों एवं स्थानीय अधिकारी में जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख संजय ओझा, मुख्य अभियंता दरभंगा हरि नारायण महरा, अधीक्षण अभियंता संजय सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी ई नवीन कुमार,बाराज निर्माण ऐजेंसी के जीएम मृत्युंजय कुमार, जिला भूअर्जन पदाधिकारी विवेक कुमार, विधुत अवर प्रमंडल विभाग जयनगर के कार्यपालक अभियंता रमण कुमार, सहायक अभियंता वरुण कुमार, जयनगर एसडीओ वीरेंद्र कुमार, एसडीपीओ विप्लव कुमार, डीसीएलआर सुश्री तरणिजा, बीडीओ प्रशिशु आईएएस अधिकारी पार्थ गुप्ता, बीडीओ राजीव रंजन कुमार, सीओ निशित नंदन, थानाध्यक्ष अनुप कुमार समेत अन्य मौजूद थे।
जयनगर/मधुबनी, जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चेतन प्रसाद ने मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल मुख्यालय स्थित कमला नदी पर बाराज निर्माण कार्य स्थल व पश्चिमी कोसी नहर का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग के निरीक्षण भवन में संवाददाताओं से बातचीत में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बाराज निर्माण कार्य की गति एवं पश्चिमी कोसी नहर का निरीक्षण किया हैं। उन्होंने कहा कि बाराज निर्माण कार्य ऐजेंसी को कार्य की गति में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। जगह मिला लेकिन काम में गति नहीं है। जमीन अधिग्रहण का काम भूअर्जन विभाग का है। जमीन अधिग्रहण होने के साथ काम पूर्णः किया जाएगा। भूअर्जन से संबंधित बिन्दुओं पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भूअर्जन व अन्य समस्या को जल्द निपटारा किया जाएगा। भू-स्वामी की समस्या से संबंधित बिन्दुओं पर जिला प्रशासन द्वारा निपटारा किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण में हो रहे समस्या को लेकर बाराज निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है। अधिग्रहण वाले भूमि व भवन की राशि राजस्व विभाग को भेजा गया है। कार्य ऐजेंसी द्वारा निर्माण कार्य की गुणवत्ता ठीक है। प्रति दिन सेंपल को पटना भेजा जाता है। सन् 1962 ई में कोसी पश्चिमी नहर को पास किया गया था। जमीन अधिग्रहण के कारण कार्य पूर्ण नहीं हुआ था। मेरा प्रयास हैं जहां जमीन अधिग्रहण हुआ है, वहां नहर निर्माण कार्य पूरा किया जाए। कोसी नहर के निर्माण कार्य की गति में तेजी आई है। सभी डिविजन से सहयोग लिया जा रहा है। जिला प्रशासन का सहयोग मिल रहा है। उम्मीद है कि खरीफ फसल से पहले नहर निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
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