कैंसर जीवन का अंत नहीं
वहीं रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि कैंसर जीवन का अंत नहीं है। यह रविप्रकाश को देखकर सीखा जा सकता है। सांसद संजय सेठ ने आमलोगों से अपने खानपान और जीवनशैली को नियंत्रित करने की अपील भी की। उन्होंने कैंसर की दवाओं के दाम कम करने को लेकर सरकार और फार्मा कंपनियों के प्रयास करने पर बल दिया। फोटो प्रदर्शनी के पहले दिन हमसफर कैंसर के तहत कैंसर विशेषज्ञों द्वारा इसपर बातचीत की गयी। जिसमें रांची के सुप्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. गुंजेश कुमार सिंह, सर्वोदय हॉस्पिटल फरीदाबाद के डॉ. अभिषेक राज, प्रभात सिन्हा और संजीव सिन्हा मौजूद थे। इसी सत्र में लेखकों से गुफ्तगू के तहत किताबों पर चर्चा भी हुई। फिर फोटो प्रदर्शनी के पहले दिन का समापन फतेहपुर सीकरी के उस्ताद सलीम हसन चिश्ती के सूफी गायन से हुआ। दिल्ली में इस कैंसर वाला कैमरा फोटो प्रदर्शनी के प्रायोजक सर्वोदय हॉस्पिटल ,फरीदाबाद और ला-बेला मोंडे होटल थे। जबकि कार्यक्रम के दूसरे दिन कैंसर को लेकर मीडिया की भूमिका विषय पर परिचर्चा आयोजित थी। जिसमें नभाटा के पत्रकार नरेन्द्रनाथ मिश्र, एनडीटीवी के परिमल कुमार व हेल्थ जॉर्नलिस्ट मुकेश केजरीवाल ने बातचीत की। फिर कैंसर को लेकर तम्बाकू की भूमिका पर दिल्ली एम्स की डॉ. उमा कुमार ने भी गंभीरता पूर्वक सचेत किया। फोटो प्रदर्शनी के दौरान आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह, आप विधायक दिलीप पांडेय, आप के विधायक संजीव झा, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सर्वेश मिश्रा,पत्रकार निराला आदि लोग मौजूद रहे। कैंसर वाला कैमरा फोटो प्रदर्शनी का समापन भोजपुरिया दुपहरिया प्रोग्राम के तहत प्रख्यात भोजपुरी गायिका चंदन तिवारी के गायन से हुआ।
कैंसर वाला कैमरा की तश्वीरें जीवन का संदेश देती हैं
दिल्ली में फोटो प्रदर्शनी कैंसर वाला कैमरा में पहुंचे लोगों ने माना कि इसकी तश्वीरें जीवन का संदेश देती हैं। तश्वीरें जीवन को हंसते हुए जीने को कहती हैं। इन तश्वीरों में सुख-दुख दोनों ही समान रूप से मौजूद है। प्रदर्शनी में पहुंचे लोगों ने कैंसर को लेकर रविप्रकाश के इस प्रयास की खूब तारीफ भी की और कहा कि ऐसे आयोजन से कैंसर पर बात और जागरूकता फैलती है। वहीं पत्रकार रविप्रकाश ने बताया कि- कैंसर वाला कैमरा का यह दूसरा आयोजन था। इससे पहले रांची प्रेस क्लब में फोटो प्रदर्शनी लगायी जा चुकी है। उन्होंने कैंसर को लेकर कहा कि इससे डरने की नहीं सचेत और सही समय पर इलाज कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कैंसर के बाद भी जीवन है। बस हौसला बनाए रखना चाहिए।
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