फ़िल्म के निर्देशक याता सत्यनारायण कहते हैं ‘रजाकारों द्वारा किये गये रक्तपात के आगे हिटलर की अत्याचार भी कम थे। बस, ट्रेन में जा रही हिंदू महिलाओं को नीचे उतारकर नग्न होकर बतुकम्मा (लोकनृत्य) नाचने जैसे कई हृदयविदारक दृश्य हैं जिन्हें हमने फ़िल्माया है। ऐसे समय में हैदराबाद के लोगों ने अपनी मुक्ति के लिए क्या और कैसे संघर्ष किया। अभिनेत्री कंगना राणावत ने कहा कि‘मैंने दो दिन पहले ट्रेलर देखा और मुझे बहुत पसंद आया। अपनी क्षमता से मैं फ़िल्म को प्रमोट करूँगी। आज हमें रज़ाकर जैसी फ़िल्मों की ज़रूरत हैं मैं चाहूँगी फ़िल्म के माध्यम से हम इस तरह की घटनाओं को जान सकेंगे । समरवीर क्रिएशन एलएलपी के बैनर तले निर्मित फ़िल्म ‘रज़ाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ़ हैदराबाद’ के निर्माता गुदुर नारायण रेड्डी हैं। फ़िल्म के लेखक निर्देशक याता सत्यनारायण और संगीतकार भीमस केचीरोलेओ हैं। फ़िल्म ‘रज़ाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ़ हैदराबाद’ हिंदी में 1 मार्च को सिनेमागृह में रिलीज होगी। फ़िल्म हिंदी के साथ ही तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम में भी बड़े पर्दे पर रिलीज होगी।
मुंबई (अनिल बेदाग) भारतीय फ़िल्मों में क्रूर घटनाओं और सामूहिक नरसंहार जैसे विषय को लेकर फ़िल्म बनाने का ट्रेंड देखा जा रहा है। फ़िल्म मेकर्स इतिहास में घटित ऐसी घटनाओं पर साहस के साथ फ़िल्म बना रहे हैं जिस पर पहले खुलकर बात भी नहीं की जाती थी। देश की आज़ादी के समय हैदराबाद में हुए नरसंहार पर आधारित फ़िल्म ‘‘रज़ाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ़ हैदराबाद’’ का ट्रेलर जारी किया हैं जो हमें एक ऐसी ऐतिहासिक घटना से बारे में बताएगा जिसे अब तक दबाया गया हैं। इस सच्चाई से देश को पिछले 75 वर्षों से दूर रखा गया था। अभिनेत्री कंगना राणावत की उपस्थिति में फ़िल्म ‘रज़ाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ़ हैदराबाद’ का ट्रेलर मुंबई में लाँच किया गया। इस अवसर पर फ़िल्म के मुख्य कलाकार मकरंद देश पांडेय, राज अर्जुन, बॉबी सिम्हा , वेदिका, तेज सप्रू, अनुसिया त्रिपाठी के साथ ही फ़िल्म के निर्माता गुदुर नारायण रेड्डी, निदेशक याता सत्यनारायण, एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर डॉ अंजलि रेडी पोथिरेड्डयी, संगीतकार भीमस केचीरोलेओ, कैमेरामैन कुशेंदार रमेश रेड्डी और फ़िल्म के लेखक रितेश रजवाड़ा उपस्थित थे। फ़िल्म के निर्माता गुदुर नारायण रेड्डी कहते हैं कि हम चाहते हैं दर्शक एक बड़े स्तर पर इस क्रूर नरसंहार की घटना और आजादी के वीरों की इस कहानी को फ़िल्म ‘रज़ाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ़ हैदराबाद’ के माध्यम से देखें।
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