- सार्वजनिक स्थलों पर प्रतिमा स्थापित करने एवं विसर्जन जुलूस के लिए निर्धारित शर्त
- अनुपालन के आधार पर लाइसेंस लेना होगा अनिवार्य
नालंदा। आगामी सरस्वती पूजा एवं शबे बारात के अवसर पर जिला में सामान्य विधि व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से आज हरदेव भवन सभागार में जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आहूत की गई। बताया गया कि पूर्व के त्योहारों की भांति इस वर्ष भी सरस्वती पूजा के अवसर पर सार्वजनिक स्थलों पर प्रतिमा स्थापना के लिए आयोजकों को निर्धारित शर्तों के अनुपालन के आधार पर पूर्व से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। डीजे पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा, इसका अनुपालन आयोजकों को सुनिश्चित करना होगा। आयोजकों को प्रतिमा विसर्जन स्थल एवं मार्ग का भी उल्लेख करना होगा। विसर्जन मार्ग का सत्यापन स्थानीय स्तर पर किया जायेगा। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर से गाइड लाइन जारी किया गया है, इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया। किसी भी तरह के भड़काऊ पोस्टर, संवाद, संगीत या सोशल मीडिया पोस्ट करने वालों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की जायेगी।शांति समिति के सदस्यों से भी एक एक कर महत्वपूर्ण सुझाव, फीडबैक प्राप्त किये गये। शहर की गलियों में बाइक पेट्रोलिंग की व्यवस्था, नगर निगम में क्षतिग्रस्त स्ट्रीट लाइट की मरम्मती, विसर्जन घाटों पर गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति, निजी विद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों की जबाबदेही निर्धारित करने,जबरन चंदा वसूली पर रोक आदि जैसे महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। जिलाधिकारी ने इन सभी सुझावों के क्रियान्वयन को लेकर संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री अशोक मिश्रा, अपर समाहर्त्ता श्री मंजीत कुमार, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पूर्व विधायक श्री रवि ज्योति कुमार सहित शांति समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें