- मोदी-योगी के आर्शीवाद से इस बार भी आजमगढ़ में कमल ही खिलेगा
- 8 मार्च को पीएम मोदी अपने हाथों से आजमगढ़ एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे
‘निरहुआ’ ने सपाध्यक्ष अखिलेश यादव को एक बार फिर चैलेंज करते हुए कहा है कि अब तो अखिलेश यादव जहां से कहेंगे मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ूंगा। अगर किसी भ्रम में कोई अधिकारी या कोई नेता हो, तो इसे दूर कर लें. ‘निरहुआ’ ने कहा कि देश की जनता ने जान लिया है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बेटे को ही देश को चलाने का हक नहीं है. देश को चलाने का हक जनता का है. जैसा जनता चाहेगी, वैसा देश चलेगा. उन्होंने कहा कि जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं. इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याओं का निवारण भी किया. बता दें आजमगढ़ की सदर लोकसभा सीट पर यादव वोटरों की संख्या ज्यादा है। निरहुआ को तीसरी बार यह जिम्मेदारी दी गई है। दिनेश लाल यादव ने कहा कि आजमगढ़ जिले की जनता से भाजपा ने जो वादा किया था, उसे पूरा किया गया और आगे भी किया जाएगा। आजमगढ़ को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ दिया गया। जिले को विश्वविद्यालय की सौगात मिल गई। संगीत महाविद्यालय बन रहा है। नई रेलवे लाईन बिछ रही है। ' निरहुआ’ ने कहा कि आजमगढ़ में जो आज तक नहीं हुआ, मोदी सरकार उन कामों को किया और आगे भी करेगी। ऐसे कामों में शुमार है जिले में बनने वाला एयरपोर्ट। 8 मार्च को पीएम मोदी अपने हाथों से आजमगढ़ एयरपोर्ट सहित प्रदेश के पांचों नए हवाई अड्डों का लोकार्पण करेंगे। इसी दिन महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय संग कई बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे। इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली हैं। यहां की जनता को आने वाले दिनों में काफी विकास काम देखने हैं। पिछले एक वर्ष में किए गए कार्यों से आजमगढ़ की जनता काफी खुशी है, यही कारण है कि एक बार फिर मोदी सरकार को मौका दिया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश की जनता जानती है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूत हो रहा है. देश आगे बढ़ रहा है, उनके नेतृत्व में यह देश आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारा प्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है. जो लोग सपने देख रहे हैं, उन्हें देखने दीजिए. आप लोग निश्चिंत होकर महाराज जी के ऊपर भरोसा रखिए.
मुलायम सिंह यादव के खिलाफ लड़े थे चुनाव
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यादव को रिझाने के लिए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मैदान में उतारा था। तब मुलायम सिंह यादव को जिताने के लिए उनके परिवार को लगना पड़ गया था, तब कहीं पर मात्र 60 हजार वोटों से ही इस सीट पर मुलायम सिंह यादव जीत पाए थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के मुकाबले में बीजेपी ने यादवों में सेंधमारी करने के लिए भोजपुरी फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ को दांव पर लगाया था। हालांकि इस चुनाव में बसपा और सपा का गठबंधन हुआ था। बसपा का उम्मीदवार यहां नहीं था। तब अखिलेश यादव यहां से विजयी हुए। बीजेपी के दिनेश लाल यादव 2 लाख 59 हज़ार से वोट से चुनाव हार गए थे।
2022 उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव को दी थी शिकस्त
वर्ष 2022 के उपचुनाव में बीजेपी ने दोबारा दिनेश लाल यादव निरहुआ को सपा के गढ़ को तोड़ने के लिए मैंदान में उतारा था। सपा ने धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारे थे। इस चुनाव में यादव रेजीमेंट की मांग को पूरा करने का वादा कर दिनेश लाल यादव निरहुआ यादव मतों में सेंधमारी करने में कामयाब हो गए और लगभग आठ हजार वोटों से भाजपा से सांसद चुन लिए गए। अब तीसरे बार पार्टी ने दिनेश लाल यादव निरहुआ को ही यादव मतों में सेंधमारी करने के लिए चुनाव मैदान में उतरने के लिए हरी झंडी दे दी है।

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