सीहोर : संत वे होते है जो संसार के दुख को भी सुख में बदल देते है : पंडित प्रदीप मिश्रा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 28 मार्च 2024

सीहोर : संत वे होते है जो संसार के दुख को भी सुख में बदल देते है : पंडित प्रदीप मिश्रा

  • संत उद्वावदास महाराज के 32 सौ किलोमीटर नर्मदा परिक्रम कर लौटने पर किया सम्मान

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सीहोर। त्यागी आश्रम के संत उद्वाव दास के द्वारा करीब 121 दिन तक निरंतर 32 सौ किलोमीटर नर्मदा परिक्रम कर लौटने पर जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने संतों के समक्ष उनका सम्मान किया। इस मौके पर संत उद्वाव दास महाराज के साथ आए उज्जैन के संत मुनिश्वर दास सहित अन्य ने आगामी एक मई से होने वाले श्री विष्णु महायज्ञ, श्रीराम कथा एवं विराट राष्ट्रीय संत सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस मौके पर विठलेश सेवा समिति के व्यवस्थापक पंडित समीर शुक्ला, पंडित विनय मिश्रा, आशीष वर्मा, आकाश शर्मा, यश अग्रवाल आदि शामिल थे। विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि गुरुवार को बड़ी संख्या में संतों ने भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा से भेंट की थी। इस मौके पर कुबेरेश्वरधाम पर इन संतों का स्वागत सम्मान किया गया। उन्होंने बताया कि संतों के साथ सीहोर के प्रसिद्ध उद्वाव दास महाराज  का नर्मदा परिक्रमा से लौटने पर पंडित श्री मिश्रा के द्वारा सम्मान किया गया। इस मौके पर पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि संत वे होते है जो संसार के दुख को भी सुख में बदल देते है और अंधकार को प्रकाश में बदल देते है। संत समाज को जागरूक करते है। 

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