सीहोर : पशुपति नाथ मंदिर में शनिवार को किया गया महा आरती के साथ प्रसादी का वितरण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 9 मार्च 2024

सीहोर : पशुपति नाथ मंदिर में शनिवार को किया गया महा आरती के साथ प्रसादी का वितरण

  • अमावस तक जारी रहेगा महाशिवरात्रि का महोत्सव

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सीहोर। शहर के अवधपुरी स्थित पशुपति नाथ मंदिर में लगातार महाशिव रात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर शनिवार को भी यहां पर 21 जोड़ों ने महा आरती की और उसके पश्चात प्रसादी का वितरण किया। सात दिवसीय महोत्सव का समापन रविवार को अमावस पर किया जाएगा। इस मौके पर भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए पंडित अखिलेश राजोरिया ने बताया कि महाशिवरात्रि महोत्सव के दौरान पांच विप्रजनों के मार्गदर्शन में चार प्रहर में भगवान शिव का दिव्य अनुष्ठान किया गया था। इस मौके पर भगवान का एक क्विंटल से फूलों से सजाया गया था, वहीं ढाई क्विंटल से अधिक दूध से अभिषेक किया गया। इस दौरान नमक और चमक से भी भगवान का विशेष अनुष्ठान का क्रम चलता रहा। उन्होंने बताया कि रूद्र अभिषेक यह सर्वोच्च देवता भगवान शिव को समर्पित धार्मिक अनुष्ठान है, जो शक्तिशाली मंत्रो की उच्चारण द्वारा किया जाता है। रूद्र अभिषेक भगवन शिव को समर्पित करने वाले व्यक्ति की सभी इच्छाए पूरी होती है। इस तरह के अनुष्ठान करना पूजा को अधिक पवित्र बना देता है। भगवान शिव के आशीर्वाद से पूजा करने वाले उपासक के सभी समस्याएं दूर हो जाती है। भगवन शिव सभी आदि भगवानो में से प्रमुख देवता है। रूद्र अभिषेक प्रदान करके भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है जिससे पूजा करने वाले व्यक्ति का जीवन सुखी हो जाता है। रूद्र अभिषेक करने से समृद्धि, खुशहाली, इच्छा पूर्ति होती है और उस के साथ- साथ बुरी ऊर्जाओ का नाश होता है। मंदिर परिसर में हर साल महाशिवरात्रि का पर्व महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। जिसके दौरान श्रद्धालु वैदिक मंत्रों के साथ पूजा अर्चना करते है। विभिन्न प्रकार के फूलों के रस, फलों के रस के साथ बिल्व पत्र, दूध, दही, शहद, शक्कर, घी, संगीत से स्नान भी कराया गया। उन्होंने बताया कि नमक चमक महारुद्राभिषेक में हर चीज की मात्रा 5 गुना अधिक होती है। इस अभिषेक का महत्व सभी अभिषेक से कई गुना अधिक होता है। इस कारण इसका फल भी सर्व फल के रूप में मिलता है। 

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