- विष्वनाथ पुरी में संगीतमयी नौ दिवसीय श्री रामकथा का तीसरा दिन
सीहोर,। भगवान को यदि भक्त को कोई बात पसंद नहीं आती है तो वह है अभिमान। यदि भक्त को अभिमान हो जाता है तो भगवान बहुत सख्ती से उसे पूरी तरह हटाने में लग जाते हैं क्योंकि अभिमान व्यक्ति का नाष कर देता है और भक्त भगवान से बहुत दूर हो जाता है। भक्त के जीवन के सुख दुख की जिम्मेदारी भगवान की होती है और वो नहीं चाहते कि अभिमान के कारण उनके भक्त के जीवन में संकट आए या अभिमान के चलते भक्त भगवान से दूर हो जाए। यही कारण है कि अपने सबसे प्रिय भक्त नारदजी के अभिमान को नष्ट करने में भगवान ने बिलकुल भी देर नहीं की। उक्त आषय के उदगार सुप्रसिद्ध श्री रामकथा वाचक श्रीश्री 1008 महंत श्री उद्धवदास जी त्यागी महाराज श्रीराम कुटी आश्रम सीहोर ने शहर के सीवन स्काई सिटी के नजदीक विष्वनाथपुरी में स्थित प्रसिद्ध श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर शनिवार से नौ दिवसीय संगीतमयी श्री रामकथा के तीसरे दिवस बडी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को रामरस में सराबोर करते हुए व्यक्त किए। महाराजश्री ने कहा हमें अच्छाई करके भूल जाना चाहिए क्योंकि जहां पानी रूक जाता है वो गंदा हो जाता है इसलिए नेकी करों और भूल जाओ तभी आपके जीवन की सार्थकता है। आपके द्वारा किए गए अच्छे और बुरे कर्म अपने समय पर फलीभूत अवष्य होंगे इसलिए हमें पुण्य कर्म में ही अपनी उर्जा लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रषंसा एक मीठा जहर है इससे हर व्यक्ति को बचना चाहिए क्योंकि प्रषंसा व्यक्ति को असलियत से दूर कर देती है फिर वह व्यक्ति अपनी वास्तविक स्थिति को देख ही नहीं पाता। अपनी सुमधुर वाणी में महाराज जी ने कई भजन सुनाए जिन्हें सुनकर सभी श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। महाराज श्री के साथ संगीत टीम में सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री विषाल व्यास, सहित उनके संगीतज्ञ साथीगण विजेन्द्र मेवाडा, कमलेष, सचिन एवं शुभम नायक ने श्रीराम कथा के दौरान अपने हुनर से श्रद्धालुओं को आनंदित किया। रामकथा में श्रीराम जन्मोत्सव मनाया गया, सभी श्रद्धालुओं ने नृत्य कर पूरे आनंद में भाव विभोर होकर भगवान का जन्मोत्सव मनाया।
उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी गत 13 अप्रैल शनिवार से 21 अप्रैल रविवार तक प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से 11 बजे तक नौ दिवसीय श्री रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा में शहर श्री उद्धवदास जी त्यागी महाराज श्रीराम कुटी त्यागी आश्रम सीहोर द्वारा सभी भगवत जनों को रामकथा की रसास्वादन कराया जा रहा है। कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष पद श्री अमित नीखरा मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री अनारसिंह चैहान, संरक्षक श्री कमलसिंह ठाकुर, पं. ओमप्रकाष शर्मा, एमएस परमार, मुकेष भावसार, इन्द्रजीतसिंह, महेन्द्रसिंह चैहान, गोपालदास अग्रवाल, भानुप्रसाद गौर, राहुल वर्मा, कथा आयोजन समिति के उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर, संतोष परमार, सुमित गिरोेंदिया, सचिव मोहब्बतसिंह तोमर, कोषाध्यक्ष किषन राठौर, आनंद अग्रवाल, शुभम मालवीय, मुकेष प्रजापति ,मनोज दुबे, नीरज ठाकुर, संतोष दरबार आदि अनेक समिति सदस्यों ने सभी धर्मप्रेमी जनों से अधिक से अधिक संख्या में श्रीराम कथा में सम्मिलित होकर धर्मलाभ प्राप्त करने की अपील की है। कथा समापन के अगले दिन श्री हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर में अखंड रामायण का पाठ भी किया जाएगा जो 22 अप्रैल को प्रातः प्रारंभ होगा एवं 23 अप्रैल को समापन पष्चात हवन किया जाएगा। इसके साथ ही सायंकाल विषाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।
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