मधुबनी : 1977 से पहले क्या था मधुबनी लोकसभा का नाम और कौन हुए थे सांसद? - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 19 मई 2024

मधुबनी : 1977 से पहले क्या था मधुबनी लोकसभा का नाम और कौन हुए थे सांसद?

  • क्या था 2014 और 2019 का परिणाम?

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कॉ भोगेंद्र झा
मधुबनी (अजय धारी सिंह) : लोकसभा संख्या 6 मधुबनी के लिए 20 मई को चुनाव होने वाला है। मधुबनी लोकसभा के लिए इस बार 2 निर्दलीय सहित कुल 12 उमीदवार मैदान में हैं। इस चुनाव के लिए एनडीए और इंडिया गठबंधन ने अपने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है। एनडीए ने भाजपा के  निवर्तमान सांसद डॉक्टर अशोक यादव को प्रत्याशी बनाया है। मधुबनी लोकसभा में कुल 6 विधानसभा हैं जिसमें से क्योटी और जाले दरभंगा जिले में हैं जबकि बिस्फी, बेनीपट्टी, मधुबनी और हरलाखी विधानसभा मधुबनी जिले के अंतर्गत हैं। मधुबनी लोकसभा बनने पर यहां सर्वाधिक 4 बार 1977, 1999, 2009 और 2014 में हुकुमदेव नारायण यादव सांसद चुने गए। 


परिसीमन से पहले पुराने जयनगर सीट के रूप में मधुबनी लोकसभा से ये संसद गए।

1976 में लोकसभा क्षेत्र के पुनर्गठन के बाद जिले को दो निर्वाचन क्षेत्र में बांटा गया। जिसमें मधुबनी जिले का जो पश्चिमी हिस्सा शामिल था, उसे पहले जयनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के रूप में जाना नाम से जाना गया। जबकि जिले का पूर्वी निर्वाचन क्षेत्र 1976 से अब तक झंझारपुर के नाम से जाना जाता रहा है।  1957 में (जयनगर सीट) से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के श्याम नंदन मिश्रा सांसद चुने गए। जबकि 1962 (जयनगर सीट) से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ही यमुना प्रसाद मंडल चुनाव जीते। जबकि 1967 और 1971 में (जयनगर सीट) से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के भोगेन्द्र झा सांसद चुने गए। 


नए परिसीमन के बाद मधुबनी लोकसभा से ये सब बने सांसद।

पहली बार मधुबनी लोकसभा क्षेत्र बनने पर यहां से 1977 में चुने गए हुकुमदेव नारायण यादव सर्वाधिक 4 बार यहां से सांसद रहे। जबकि 1980 में कांग्रेस के शफिकुल्लाह अंसारी ने चुनाव जीता। 1980 में ही चार माह के बाद सफीकुल्लाह अंसारी के मृत्यु के बाद, 1980 में ही सीपीआई से भोगेंद्र झा। 1984 में कांग्रेस से मौलाना अब्दुल्ला हन्नान अंसारी सांसद चुने गए, जबकि 1989 और 1991 में सीपीआई से भोगेन्द्र झा। 1996 में सीपीआई के ही चतुरानन मिश्रा को जनता ने संसद भेजा। 1998 में कांग्रेस से डॉक्टर शकील अहमद। 1999 में बीजेपी से हुकुमदेव नारायण यादव। 2004 में कांग्रेस से डॉक्टर शकील अहमद। 2009 और 2014 में बीजेपी से हुकुमदेव नारायण यादव सांसद गए। 2019 में बीजेपी से डॉक्टर अशोक कुमार यादव सांसद बने।


जानिए कौन पार्टी और सांसद सर्वाधिक जीत दर्ज की हैं यहां से...

मधुबनी लोकसभा बनने पर यहां से भारतीय जनता पार्टी के हुकमदेव नारायण यादव सांसद बने, वे सर्वाधिक 4 बार 1977, 1999, 2009 और 2014 में सांसद चुने गए। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी मधुबनी सीट 5 बार जीत चुकी हैं। जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के भोगेन्द्र झा 3 बार यहां से सांसद चुने गए। साथ ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 4 बार यहां जीत दर्ज की है।  साथ ही नए परिसीमन के बाद कांग्रेस के टिकट पर शकील अहमद 2 बार चुनाव जीत चुके हैं। 


एक नजर 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम पर।

2014 के चुनाव में बीजेपी से हुकुमदेव नारायण यादव को 3 लाख ,58 हजार,040 मत प्राप्त कर राजद के अब्दुलवारी सिद्धिकी को करीब 20 हजार मतों से हराया था। वहीं अबादुलवारी सिद्धिकी को कुल 3 लाख, 37 हजार, 505 मत  प्राप्त हुआ था।  2019 के लोकसभा चुनाव में BJP से डॉक्टर अशोक कुमार यादव ने 5 लाख, 94 हजार ,811 मत लाकर VIP के बद्री कुमार पूर्वे को 1 लाख, 40 हजार, 705 मतों से मात दिया था। वहीं निर्दलीय डॉक्टर शकील अहमद को 1 लाख, 31 हजार, 416 मत मिला। लोकसभा के इस चुनाव में मोदी लहर में BJP के डॉक्टर अशोक यादव ने VIP के बद्री कुमार पुरवे को 4 ,54,106 रिकार्ड मतों से हराया। जबकि कांग्रेस के दिग्गज बागी उमीदवार डॉक्टर शकील अहमद की जमानत जप्त हो गई ।

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