सीहोर : नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर की पहल पर सीवन नदी के गहरीकरण का काम शुरू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 18 मई 2024

सीहोर : नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर की पहल पर सीवन नदी के गहरीकरण का काम शुरू


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सीहोर। शहर के लोगों की जिंदगी से जुड़ी सीवन नदी लगातार अपनी जीवंतता खो रही थी। सीवन नदी का गहरीकरण और सफाई नहीं कराए जाने से यह पूरी तरह से उथली हो गई थी। हालात इस तरह के हो गए थे कि हर साल गर्मी आते-आते सीवन नदी पानी तरस है। गत दिनों नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर सहित क्षेत्र के अनेक पार्षदों ने भ्रमण कर इस संबंध में रूपरेखा बनाई थी, अब नपाध्यक्ष की पहल पर आधुनिक मशीनों के साथ ही शनिवार से नदी के गहरीकरण का कार्य शुरू हो गया है। जेसीबी और पोकलेन मशीन के द्वारा पहले ही दिन बड़ी संख्या में टै्रक्टर-ट्राली से सीवन नदी का मलबा हटाया जा रहा है। नगर पालिका परिषद ने सीवन के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए गत वर्ष ही करोड़ों रुपए की योजना बनाई है। सीवन नदी के गहरीकरण की शुरूआत कराई गई।


शहर के बीच से निकली सीवन नदी लंबे समय से उपेक्षा का शिकार हो रही थी। इसके बाद भी सीवन नदी की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। हर साल बारिश के पानी के साथ आने वाली मिट्टी धीरे-धीरे गाद बनकर नदी की गहराई कम होने लगी। उथली होती नदी में जलभराव की मात्रा लगातार कम होती चली जा रही थी, लेकिन इसकी ध्यान नहीं गया था, लेकिन वर्तमान परिषद का भागीरथ प्रयास की लोग प्रशंसा कर रहे है। कई लोग जनभागीदारी के साथ सहयोग करने को तैयार है। जिससे आगामी दिनों में सीवन नदी का गहरीकरण के साथ सौंदर्यीकरण हो सकेगा। वर्षों से शहरवासियों की जीवनदायनी पर ध्यान नहीं दिया गया है, परिणाम स्वरूप सीवन नदी पूरी तरह से सूख चुकी है। सीवन की अनदेखी के चलते इस समय पूरी नदी जलकुंभी से पटी है। पानी तो जैसे दिखाई ही नहीं देता है। घाटों की दुर्दशा होती चली गई और नदी कचरे से पट गई। लगातार अनदेखी के चलते वर्तमान में महिला घाट, पुरुष घाट, चद्दर पुल, बकरी पुल के पास जुलकुंभी ही नजर आ रही है। इसको लेकर नपाध्यक्ष श्री राठौर का प्रयास जारी है। इस वर्ष अल्प बारिश के कारण सीवन नदी पहले ही दम तोड़ गई है, बारिश होने से पहले इसका गहरीकरण हो जाएगा तो नदी एक बार फिर से अपने प्राचीन स्वरूप में लबालब होकर बहती नजर आएगी। 

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