- मॉडल अस्पताल में एक दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ आयोजन
- आस-पास साफ पानी न जमा होने देने की हिदायत
डेंगू एवं चिकनगुनिया नियंत्रण के लिए अस्पताल बेड आरक्षित :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ डी.एस सिंह ने कहा कि डेंगू एवं चिकनगुनिया नियंत्रण के लिए सदर अस्पताल में 8 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में 4-4 बेड तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 2-2 बेड डेंगू वार्ड के लिए सुरक्षित किया गया है. सभी बेड को मेडिकेटेड मच्छरदानी युक्त किया गया है. साथ ही संबंधित मरीजों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में दवा की व्यवस्था सभी अस्पतालों में उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया है. जिला में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है, तथा एक नियंत्रण दक्ष बनाया गया है. जिला में डेंगू नियंत्रण के लिए नोडल चिकित्सा पदाधिकारी एवं फॉगिंग तथा लार्विसाइडल स्प्रे के लिए नोडल पदाधिकारी बनाया गया है.
सदर अस्पताल में कंफर्मेटरी डेंगू जांच के लिए एलिजा किट एवं एलिजा रीडर मशीन उपलब्ध :
जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू की जांच के लिए एन एस 1 एंटीजन किट उपलब्ध है. सदर अस्पताल में कंफर्मेटरी डेंगू जांच के लिए एलिजा किट एवं एलिजा रीडर मशीन उपलब्ध है. डेंगू के मरीज के पुष्टि होने पर मरीज के निवास स्थान के 500 मीटर क्षेत्रों मे जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा टेक्निकल मालाथियोन द्वारा फागिंग तथा लार्विसाइडल का छिड़काव कराया जाता है. साथ ही इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा एक्टिव सर्विलांस कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि नए मरीजों की खोज की जा सके. वेक्टर नियंत्रण पदाधिकारी राकेश कुमार रंजन ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए सतर्कता सहित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है . जन समुदाय से उचित योजना के तहत डेंगू की रोकथाम एवं गतिविधि में सहभागिता ली जाएगी. प्रशिक्षण कार्यक्रम मे एसीएमओ डॉ. आर. के. सिंह, डीभीडीसीओ डॉ. डी. एस. सिंह, एनसीडीओ डॉ. एस. एन. झा, वेक्टर नियंत्रण पदाधिकारी राकेश कुमार रंजन, आईडीएससी इपीडेमियोलॉजिस्ट अनिल चक्रवर्ती सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे.
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