पटना : माले का राज्यव्यापी प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी, सैकड़ों प्रखंडों पर प्रदर्शन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 23 अगस्त 2024

पटना : माले का राज्यव्यापी प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी, सैकड़ों प्रखंडों पर प्रदर्शन

  • 24 अगस्त तक चलेगा कार्यक्रम, भूमिहीनों के लिए आवासीय जमीन और पक्का मकान की कर रहे मांग
  • पटना सदर मुख्यालय पर हुआ जोरदार प्रदर्शन, बुलडोजर की मार झेल रहे शहरी गरीबों का जुटान

cpi-ml-protest-madhubani
पटना 23 अगस्त (रजनीश के झा), सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के उपरांत राज्य के 95 लाख महागरीब परिवारों को 2 लाख रु. की सरकारी घोषणा को अमली जामा पहनाने के लिए 72 हजार रु. से कम का आय प्रमाण पत्र जारी करने, सभी भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल आवासीय जमीन और पक्का मकान की मांगों को लेकर भाकपा-माले के हक दो-वादा निभाओ अभियान के तहत प्रदर्शनों का सिलसिला आज दूसरे दिन भी जारी रहा. दूसरे दिन भी 100 से अधिक प्रखंडों पर प्रदर्शन किया गया. माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि प्रदर्शनों में ग्रामीण गरीबों का भारी समर्थन हासिल हो रहा है. इससे साबित होता है कि वे किस तरह बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. रोजगार के लिए 2 लाख रु. सहायता राशि का पोर्टल बिहार सरकार को अविलंब शुरू करना चाहिए. इसके लिए 72 हजार रु. से नीचे के आय प्रमाण पत्र की शर्त सरकार हटाए क्योंकि उसके पास पहले से महागरीब परिवारों का डाटा उपलब्ध है. उसी प्रकार, पक्का मकान के लिए केंद्र सरकार को भी पोर्टल खोलना होगा. प्रदर्शन में भाकपा-माले के साथ-साथ खेग्रामस की भी सहभागिता है. आज दूसरे दिन पटना सदर प्रखंड मुख्यालय पर बड़ी संख्या में बुलडोजर की मार झेल रहे आवासहीन शहरी गरीबों, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाओं की थी, ने आवास के प्रश्न पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि शहरी गरीबों के लिए भी आवास नीति बनी हुई है लेकिन सरकार इस दिशा में कोई प्रयास नहीं कर रही है. उलटे आज शहरी गरीबों को शहर से बेदखल किया जा रहा है. एनडीए सरकार में शहरी गरीबों के लिए कोई भी नई कॉलनी नहीं बनी है. इस कारण वे कई प्रकार की समस्याएं झेल रहे हैं. सैकड़ो की तादाद में शहरी गरीब आवास व 2 लाख रु. सहायता राशि के आवेदन के साथ प्रखंड मुख्यालय पर पहुंचे थे और प्रदर्शन के माध्यम से अपनी मांगों को रखा.


पटना जिले के पालीगंज में माले विधायक संदीप सौरभ के नेतृत्व में हजारों की तादाद में गरीबों ने प्रदर्शन किया और आवासीय जमीन देने की मांग की. पटना ग्रामीण के पुनपुन में विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में मार्च निकाला गया. भोजपुर के आरा, सहार, चरपोखरी और तरारी में धरना दिया गया. धरना में म्युटेशन व जनवितरण प्रणाली में लूट का भी मुद्दा उठाया गया. सांसद सुदामा प्रसाद, लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी व युवा नेता राजू यादव, अगिआंव विधयक शिवप्रकाश रंजन, इंसाफ मंच के नेता क्यामुद्दीन अंसारी, सुधीर सिंह आदि नेताओं ने धरना का नेतृत्व किया. सिवान में विधायक सत्यदेव राम व अमरजीत कुशवाहा ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया. नवादा में 6 सूत्री मांगों पर अंबेडकर पार्क से हजारों की तादाद में ग्रामीण गरीबों ने मार्च निकाला और सदर प्रखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया. जमुई के चकाई में प्रखंड कार्यालय में बीडीओ व सीओ की अनुपस्थिति को प्रदर्शनकारियों ने मुद्दा बनाया और उन्हें चेतावनी दी कि यदि वे सेंटर में नहीं रहते हैं तो और भी व्यापक आंदोलन किया जाएगा. हिलसा में माले व खेग्रामस के बैनर तले हाथों में लाल झंडा लिए पूरे शहर में मार्च करते हुए प्रदर्शनकारी प्रखंड कार्यालय पर पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया. रोहतास के नासरीगंज में विभिन्न पंचायतों से बड़ी संख्या में महिला-पुरुष धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए और 8 सूत्री मांगों का ज्ञापन पदाधिकारियों को सौंपा. दरभंगा के हनुमाननगर, बहेड़ी, बिरौल, मनीगाछी, बहादुरपुर, सदर आदि प्रखंड मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया गया. पूर्णिया के रूपौली सहित राज्य के लगभग सभी मुख्यालयों पर प्रदर्शन हुए.

कोई टिप्पणी नहीं: