- युवाओं का उत्साह एवं ऊर्जा ही है भाजपा की ताकत : सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि युवा ऊर्जा जिसके पास हो उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं हो सकता है। क्योंकि यह उम्र ही ऐसी होती है जहां उम्र भी है और प्रतिभा भी है। मूल्य विहीन और सिद्धांत विहीन राजनीति फांसी का फंदा है। हम लोगों ने राजनीति को सत्ता प्राप्त के साधन के रूप में नहीं बल्कि मूल्यों के लिए किया। सीएम ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनाननियों ने इसके लिए बलिदान दिया। हमारी सत्ता राष्टकल्याण लोककल्याण का साधन है। साध्य नहीं है। इसीलिए हर समय प्रयास करते हैं। कार्य करने के बाद हम कभी नहीं कहते हमने कर दिया। नेत्रवत का मागर्दर्शन है, कभी यह नहीं कहते हमने कर दिया बल्कि हम तो बस निमित्त मात्र हैं। सीएम ने कहा कि जिनकी उम्र 25 से 30 साल है या जिनकी उम्र इससे कम है उन्हें अहसास तक नहीं होगा कि उनके सामने प्रदेश पहचान को मोहताज था। यहां कोई निवेश नहीं करना चाहता था। हर चीज में भेदभाव रही, नौजवान के लिए रोजगार नहीं था। तीर्थस्थल नहीं थे। प्रदेश में पलायन हो रहा था किसान आत्महत्या कर रहे थे। उद्योग पलायन कर रहे थे। इन स्थितियों में पीएम के नेतृत्व में सरकार बनी। पीएम के आह्वान पर जनता ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। इन साढ़े सात वर्षों में एक नया उत्तर प्रदेश बना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बेटी भी सुरक्षित है और व्यापारी भी। हमने हर व्यापारी को दस लाख रुपया का बीमा कवर दिया है, उन्हें आश्वश्त भी किया है कि हम सुरक्षा देंगे व्यापार बढ़ाइए। 60 हजार लोगों की पुलिस भर्ती को संपन्न देंगे। अगले दो वर्षों में यूपी पुलिस में एक लाख की भर्ती करेंगे। आज देश और दुनिया का हर बड़ा निवेशक यहां आ रहे हैं। 40 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मील यानी डेढ़ करोड़ नौजवान को सीधे- सीधे नौकरी। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट को आगे बढ़ाया गया। सीएम ने कहा कि आज आज सड़क बनाने में भेदभाव नहीं है। सभी जिलों में बिजली मिल रही है। 2017 में जनसंख्या नंबर एक पर थे, अर्थव्यवस्था में 7वें नंबर पर थे और अब 2 नंबर पर ले आए हैं। युवा मोर्चा के कार्यक्रम में जब आता हूं तो अच्छा लगता है कि लोग वहां ऊब नहीं रहे होंगे। उनके मन में आगे बढ़ने की तड़प तमन्ना होगी। मगर याद रखना जीवन में कभी मूल्यों से नहीं हटना सिद्धांत पर रहना। अटल को याद रखना की उन्होंने कहा था सिद्धांत विहीन राजनीति मौत का फंदा है। पहचान का संकट खड़ा हो जाएगा। पहचान का संकट मत खड़े होने देना। एक संकल्प होना चाहिए कि दल से बड़ा देश। सबकुछ देश के नाम, मेरा हर काम देश के नाम। इसके बगैर सोच भी नहीं सकते। कोई मजहब, जाती देश से बड़ा नहीं है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे हैं।
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