- देश में प्रति वर्ष 4 लाख एक्सीडेंट होते हैं, जिनमें करीब 1.5 लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं.
- प्रस्तुति के दौरान उमड़ रही लोगों की भीड़. नुक्कड़ नाटकों को देखने के साथ मोबाइल में भी रिकॉर्ड कर रहे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोग
- सड़क दुर्घटना से बचाव संबंधित नुक्कड़ नाटक देखने के बाद मौजूदा भीड़ ने किया हमेशा हेलमेट पहनकर अपनी लेन में चलने का लिया प्रण.
नुक्कड़ की प्रस्तुति के बाद वहां इकट्ठी पूरी भीड़ जोरदार तालियां बजाकर जिला जनसंपर्क विभाग की नुक्कड़ नाटक कलाजत्था का अभिवादन करती है और भीड़ में मौजूद हर दर्शक गाड़ी चलाते समय हेलमेट पहनने की, अपनी लेन में चलने की और लहरिया ड्राइव न करने की प्रण करता है. गौरतलब है कि जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देश के आलोक में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की सूचीबद्ध कलाजत्था टीम के द्वारा 07 सितंबर को जिले के अरधावा, मधवापुर, नरेंद्रपुर, जिरौगा, करहैया पूर्वी, बोरहा गिदवास, सुगौना उत्तरी, बिदेश्वर स्थान, अररिया संग्राम, घोघरडीहा, फुलपरास आदि पंचायत में सड़क दुर्घटना से बचाव से संबंधित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई। सूचना एवं जनसंपर्क तथा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा उपलब्ध स्क्रिप्ट के आलोक में हुई प्रस्तुति के दौरान सड़क दुर्घटना को कम से कम करने के लिए जन सामान्य को स्थानीय भाषा में 'क्या करें' व 'क्या न करें' के बारे में जागरूक किया गया. जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में सूचीबद्ध छह नुक्कड़ टीम जिले के विभिन्न पंचायतों की जनता को सड़क दुर्घटना, बाढ़, सर्पदंश तथा वज्रपात से संबंधित घटनाओं के बारे में अपने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक कर रही है. उप निदेशक परिमल कुमार ने बताया कि सभी छह टीमों द्वारा प्रतिदिन दो निर्धारित स्थानों पर नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया जाएगा. प्रस्तुति की मॉनिटरिंग हेतु ट्रेनी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अमन कुमार आकाश की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई है.
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