मधुबनी भाकपा माले आंदोलन का उभरता नया केंद्र : शशि यादव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 23 दिसंबर 2024

मधुबनी भाकपा माले आंदोलन का उभरता नया केंद्र : शशि यादव

  • भाजपा की नीतीश सरकार में मधुबनी की उपेक्षा हुई है : धीरेंद्र     

Cpi-ml-madhubani
मधुबनी, 22 दिसंबर (रजनीश के झा)। पटना में मार्च में आयोजित बदलो बिहार महाजुटान को सफल बनाने के लिए आज भाकपा माले मधुबनी जिला कमिटी ने लहेरियागंज स्थित माले नगर में जिला कार्यकर्ता सम्मेलन आहूत किया।जिला भर से आए सैकड़ों नेताओं कार्यकर्ताओं ने सम्मेलन में हिस्सा लिए और हजारों की संख्या में पटना पहुंचने का संकल्प लिया।सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार विधान परिषद सदस्या सह माले की लोकप्रिय महिला नेत्री और स्कीम वर्कर्स–आशा, रसोइया,आंगनबाड़ी,जीविका कैडर की राष्ट्रीय महासचिव शशि यादव ने कहा कि भाजपा की नीतीश सरकार मजदूर और महिला विरोधी सरकार बन गई है।पूरे देश में सबसे कम मजदूरी बिहार में है और स्कीम वर्कर्स–आशा,रसोइया,आंगनबाड़ी और जीविका कैडर को बहुत कम मासिक मानदेय मिलता है।बिहार में वृद्धों को महज 400 रुपए मासिक पेंशन मिलता है जबकि अन्य राज्यों में 2000 से ज्यादा मिलते हैं।उन्होंने कहा कि झारखंड की तरह बिहार में भी सभी महिलाओं को 3000 रुपए मासिक महिला सम्मान योजना शुरू हो।आगे उन्होंने कहा कि महाजुटान की तैयारी में मैं खुद मधुबनी जिला के गांव–पंचायतों का दौरा करूंगी।


सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने कहा कि कम्युनिस्ट आंदोलन का 100 साल पूरा होने जा रहा है। भाकपा माले मधुबनी जिला में लाल झंडा आंदोलन की मजबूती देकर उस गौरव को फिर से पुनर्स्थापित करेगी।पिछले 20 वर्षों के शासन में मधुबनी की उपेक्षा हुई है और यहां की आवाज दिल्ली पटना में कमजोर हुई है।मजदूर–किसानों के हकमारी के खिलाफ संघर्ष को नया धार दिया जाएगा।बंद पड़े चीनी,सूता मिलों को चालू करने को मुद्दा बनाया जायेगा और दलित गरीबों के वास आवास को लेकर अंचलों–,प्रखंडों में जारी आंदोलन को और तेज किया जाएगा। भाकपा माले  मिथिलांचल के वरिष्ठ नेता आरके सहनी ने कहा कि दलित–वंचितों की जमीनी पार्टी भाकपा माले है।उनके हक अधिकार के संघर्षों से ही भाकपा माले मजबूत हुई है।भगत सिंह बाबा साहेब आंबेडकर की विरासत को बुलंद करते हुए पार्टी आज फासीवाद के खिलाफ आंदोलनरत है।संविधान लोकतंत्र की रक्षा की आवाज को बुलंद कर रही है।


मौके पर बोलते हुए जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने कहा कि महा जुटान की तैयारी जोर शोर से चल रही है।मधुबनी जिला के सभी प्रखंडों से महाजुटान में हजारों की भागीदारी होगी। सम्मेलन को अन्य लोगों के अलावे श्याम पंडित,योगनाथ मंडल,भूषण सिंह,कामेश्वर राम,मदनचंद्र झा,विजय दास, ,लक्ष्मण राय,विशंम्भर कामत,उत्तिम पासवान ,योगेंद्र यादव, मदन चंद्र झा,महाकांत यादव, नवल किशोर यादव, नरेश पासवान ,अरबिंद पासवान  आदि ने संबोधित किए।सम्मेलन से प्रस्ताव लिया गया कि कम्युनिस्ट आंदोलन के 100 साल पूरा होने को उत्सव के रूप में 2025 को मनाया जाएगा।सम्मेलन से मांग की गई कि जिन दलित गरीबों ने गरीबी के आय प्रमाण पत्र और घर घरारी का आवेदन दिया है,उसका प्रशासन जल्द निष्पादन करे। 23 से 30 दिसंबर तक इसको लेकर अभियान चलाया जाएगा।सम्मेलन में कई प्रखंडों से आए दर्जनों लोगों ने भाकपा माले में शामिल होने की घोषणा की।सम्मेलन में आकर कंजर समुदाय के वास आवास आंदोलन के कर्मठ अभियानी सुवेश चन्द्र झा ने आकर समर्थन दिया और महाजुटान के प्रति अपनी एकजुटता जाहिर की।

कोई टिप्पणी नहीं: