- संविधान बचाओ अभियान के तहत सैकड़ों स्थानों पर संविधान की प्रस्तावना के शिलापट्ट का हुआ उद्घाटन
- दरभंगा में का. दीपंकर ने तिरंगा मार्च में लिया हिस्सा, कहा - संविधान और लोकतंत्र बचाने की जिम्मेदारी युवाओं पर
- राजधानी पटना में जीपीओ गोलबंर से निकला तिरंगा मार्च, सभी कार्यालयों पर संविधान की प्रस्तावना का हुआ पाठ
संविधान बचाने के लिए व्यापक स्तर पर तिरंगा मार्च
आज 26 जनवरी को पूरे राज्य में तिरंगा मार्च का आयोजन किया गया. दरभंगा में भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, विधान पार्षद शशि यादव, आरवाईए के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार, अगिआंव विधायक शिवप्रकाश रंजन, इंसाफ मंच के नेयाज अहमद और आइसा के प्रसनजीत सहित कई नेता मार्च में शामिल हुए. का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज का दिन संविधान, आजादी, स्वतंत्रता, भाईचारे, बराबरी और समाजवादी मूल्यों को बनाए रखने के लिए संकल्प लेने का दिन है. मौजूदा मोदी सरकार संविधान को लगातार कमजोर करने की कोशिश कर रही है. विशेषकर संविधान की प्रस्तावना से पंथनिरपेक्षता और समाजवादी मूल्यों को हटाने की साजिश रची जा रही है. भाजपा और संघ परिवार द्वारा हो रहे इन हमलों का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत जन आंदोलन की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र बचाने की जिम्मेवारी युवाओं के कंधे पर है.पटना और अन्य जिलों में कार्यक्रम
राजधानी पटना में भाकपा-माले राज्य सचिव का. कुणाल और वरिष्ठ नेता का. केडी यादव ने क्रमशः राज्य व विधायक दल कार्यालय में झंडोत्तोलन किया और संविधान की उद्देशिका का सामूहिक पाठ किया. लगभग सभी कार्यालयों और विधायक आवासों पर ये कार्यक्रम हुए. पटना सिटी में फसियारी शहीद स्थल पर एक विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए. दोपहर में जीपीओ गोलबंर से हाथों में तिरंगा झंडा व बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीरों के साथ मार्च की शुरूआत हुई, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अलावा सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और आम नागरिकों ने भाग लिया. कंकड़बाग और अन्य इलाकों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए.
जिला स्तर पर शिलापट्ट का उद्घाटन
संविधान बचाओ अभियान के तहत राज्य के कई जिलों में संविधान की उद्देशिका के शिलापट्ट लगाए गए और इसके जरिए संविधान को बचाने का संकल्प लिया गया. जहानाबाद के घोषी में माले विधायक रामबली सिंह यादव के नेतृत्व में 37 सरकारी विद्यालयों में संविधान की उद्देशिका के शिलापट्ट लगाए गए. गया के टिकारी में जनसहयोग से बेलहड़िया मोड़ के पास ऐसा ही शिलापट्ट स्थापित किया गया, जिसमें स्थानीय ग्रामीणों की जबरदस्त भागीदारी दिखी. अरवल में पार्टी विधायक महानंद सिंह और पार्टी कमिटी द्वारा ब्लॉक परिसर में एक विशाल शिलापट्ट का उद्घाटन किया गया. साथ ही स्वतंत्रता सेनानियों की याद में एक पार्क बनाने की घोषणा की गई. पालीगंज के बालीपांकड़ में एक विशेष कार्यक्रम में संविधान की उद्देशिका का शिलापट्ट शबरी भवन के बाहर स्थापित किया गया और उद्देशिका का सामूहिक पाठ किया गया. कार्यक्रम का नेतृत्व स्थानीय विधायक संदीप सौरभ ने की. फुलवारी विधायक गोपाल रविदास ने अधपा गांव में शिलापट्ट का उद्घाटन किया. वहीं, शिवप्रकाश रंजन ने ग्राम खेड़ी में एक और शिलापट्ट स्थापित किया. अन्य विधायकों ने भी अपने-अपने इलाके में उद्देशिका के ऐसे ही शिलापट्ट स्थापित किए हैं. भाकपा-माले का यह अभियान आने वाले दिनों में भी राज्य के अन्य हिस्सों में इसी प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से जारी रहेगा.


कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें