- कथा में आने वाले श्रद्धालुओं के चाय, नश्ते, भोजन, पेयजल, शौचालय और वाहनों के पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था
- 25 जनवरी से रुद्राक्ष वितरण का क्रम थम जाएगा, 25 मार्च से होगा आरंभ, देश भर के साधु संत पहुंचेंगे धाम पर आशीर्वाद लेने
कुंभ की तरह होगा आयोजन
प्रेसवार्ता के दौरान पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि उप्र में कुंभ चल रहा है। जिसके कारण बड़ी संख्या में भगवान शिव की पवित्र भूमि कुबेरेश्वरधाम में आऐंगे, इस साल पिछले साल के अनुमान से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। जिसके लिए जिला प्रशासन ने सोमवार को समिति के साथ बैठक की है। कथा के दौरान बेहतर इंतजाम करने एवं लोगों की सुरक्षा के साथ ही नेशनल हाईवे पर आवागमन सुगम बनाए रखने के लिए मार्ग परिवर्तित करने तथा वैकल्पिक मार्ग के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कथा के दौरान पेयजल, बिजली, साफ-सफाई, अस्थाई शौचालय, पार्किंग, हेल्थ कैम्प, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, कन्ट्रोल रूम, सहायता केंद्र, मार्ग मरम्मत सहित अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। स्टेशन से कुबेरेश्वर धाम तक चलने वाले ऑटो, टैक्सी तथा पार्किंग की दर निर्धारित करने के भी प्रशासनिक अधिकारियों ने निर्देश दिए।
सुबह से लेकर देर रात्रि तक रहेंगे धार्मिक कार्यक्रम
भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में रुद्राक्ष महोत्सव के सात दिवसीय कार्यक्रमों का श्रीगणेश किया जाएगा। इसमें सुबह रुद्राक्ष से बनाए गए शिवलिंग का अभिषेक किया जाएगा, इसके अलावा दोपहर में कथा और रात्रि में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस बार रुद्राक्ष महोत्सव में एक करोड़ से अधिक रुद्राक्षों को अभिमंत्रित किया जाएगा।
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