- खेड़ापति हनुमानजी के लिए भूख हड़ताल पर बैठे थे ग्रामीण
बरखेड़ा चौकी में रहने वाले हिन्दू ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर सामाजिक सौहार्द के लिए इमलिया हसन के विवादित स्थल से खेड़ापति हनुमान जी की प्रतिमा को बरखेड़ा चौकी के मंदिर में स्थानांतरित किए जाने की मांग की थी। इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया था। ग्रामीणों ने मांग पर पूरी नहीं होने पर दोराहा में 26 जनवरी के बाद भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी भी प्रशासन को दी थी। जिस के बाद सोमवार से भूख हडुताल शुरू की गई और मंगलवार को हड़ताल समाप्त कर दी गई। तहसीलदार को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा की वर्षो पहले हमारे पूर्वज ग्राम इमलिया हसन छोड़कर परिवार के साथ बरखेड़ा देवा चौकी में रहने लगे थे जबकी आराध्य देव खेड़ापति हनुमान जी का मंदिर इमलिया हसन में ही मौजूद रहा यह से बरखेड़ा चौकी से इमलिया पहुंचकर ग्रामीण हनुमानजी की पूजा अर्चना कर रहे थे लेकिन बीते दिनों किसी संगठन के द्वारा इमलिया हसन में हनुमानजी की प्रतिमा क्ष्तिग्रस्त किए जाने की बात कह कर समाजिक सौहार्द खराब करने की कोशिश की गई थी जिस के बाद विवाद गर्मा गया था। इमलिया हसन के ग्रामीणों ने भी हिन्दुओं के आराध्य देव हनुमानजी महाराज के मंदिर निर्माण में सहर्ष सहयोग करने की इच्छा जताते हुए चौकी में होने वाले मंदिर निर्माण में सहयोग करने की बात कहीं थी। भूख हड़ताल पर बैठे सुनील जाटव,किशनलाल, रतनसिंह कसौटियों, बाबूलाल, अशोक कुमार, हरिसिंह कांसोटिया,संजीव कुमार, राजीव, विनोद ने ज्ञापन दिया।

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