सीहोर : न मंदिर बने और न हीं हो अतिक्रमण, शर्त पर हड़ताल खत्म - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 28 जनवरी 2025

सीहोर : न मंदिर बने और न हीं हो अतिक्रमण, शर्त पर हड़ताल खत्म

  • खेड़ापति हनुमानजी के लिए भूख हड़ताल पर बैठे थे ग्रामीण

Protest-in-sehore
सीहोर। भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों ने मंगलवार की शाम विवादित स्थल पर न मंदिर का निर्माण हो और न हीं अतिक्रमण हो की शर्त पर हड़ताल खत्म कर दी। हडताल खत्म करने के बाद ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर सात दिनों के अंदर मांग पूरी नहीं करने पर बढ़ा आंदोलन करने की बात भी कहीं। ज्ञापन के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद भी रहे। ग्राम बरखेड़ा चौकी के ग्रामीणों ने सोमवार से सुनील जाटव के नेतृत्व में तहसील कार्यालय के सामने पेड़ के नीचे चबुतरे पर बैठकर अश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। हालाकी नायब तहसीलदार अर्पित मेहता और टीआई राजेश सिन्हा ने हड़ताली ग्रामीणों को समझाइश देते हुए टेंट और माइक नही लगाने दिया था। स्थानीय प्रशासन की सख्ती के बाद भी ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था।


बरखेड़ा चौकी में रहने वाले हिन्दू ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर सामाजिक सौहार्द के लिए इमलिया हसन के विवादित स्थल से खेड़ापति हनुमान जी की प्रतिमा को बरखेड़ा चौकी के मंदिर में स्थानांतरित किए जाने की मांग की थी। इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया था। ग्रामीणों ने मांग पर पूरी नहीं होने पर दोराहा में 26 जनवरी के बाद भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी भी प्रशासन को दी थी। जिस के बाद सोमवार से भूख हडुताल शुरू की गई और मंगलवार को हड़ताल समाप्त कर दी गई। तहसीलदार को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा की वर्षो पहले हमारे पूर्वज ग्राम इमलिया हसन छोड़कर परिवार के साथ बरखेड़ा देवा चौकी में रहने लगे थे जबकी आराध्य देव खेड़ापति हनुमान जी का मंदिर इमलिया हसन में ही मौजूद रहा यह से बरखेड़ा चौकी से इमलिया पहुंचकर ग्रामीण हनुमानजी की पूजा अर्चना कर रहे थे लेकिन बीते दिनों किसी संगठन के द्वारा इमलिया हसन में हनुमानजी की प्रतिमा क्ष्तिग्रस्त किए जाने की बात कह कर समाजिक सौहार्द खराब करने की कोशिश की गई थी जिस के बाद विवाद गर्मा गया था। इमलिया हसन के ग्रामीणों ने भी हिन्दुओं के आराध्य देव हनुमानजी महाराज के मंदिर निर्माण में सहर्ष सहयोग करने की इच्छा जताते हुए चौकी में होने वाले मंदिर निर्माण में सहयोग करने की बात कहीं थी। भूख हड़ताल पर बैठे सुनील जाटव,किशनलाल, रतनसिंह कसौटियों, बाबूलाल, अशोक कुमार, हरिसिंह कांसोटिया,संजीव कुमार, राजीव, विनोद ने ज्ञापन दिया। 

कोई टिप्पणी नहीं: