आयोजन में 26 विशिष्ट वक्ताओं ने जानकारियाँ भी प्रदान की। इनमें उद्यमी, यूनिकॉर्न के संस्थापक और अधिक वृद्धि वाले स्टार्टअप्स के प्रमुख लोग शामिल थे। दो दिनों में 17 आईआईटी इंक्युबेटर हेड्स के बीच गठजोड़ हुए और 500+ आगंतुक पधारे। समिट के मुख्य आकर्षणों में से एक थी इमैजिन, जोकि भारत की पहली डिजाइन एण्ड कोडिंग हैकाथॉन है। इसके लिये 15,000 से ज्यादा रजिस्ट्रेशंस में से लगभग 300 ऑनसाइट प्रतिभागियों को चुना गया था। उन्होंने विभिन्न थीम्स जैसेकि डिजिटल हेल्थकेयर और शहरों के स्थायी विकास से जुड़े किफायती तकनीकी समाधान विकसित किये थे। कॉन्फ्रेंस का समापन भारत सरकार की लोकसभा के भूतपूर्व सदस्य जयंत सिन्हा के संचालन में एक विशिष्ट विदाई भाषण से हुआ। समिट की सफलता पर पैनआईआईटी के चेयरमैन देबाशीष भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘पिवोट 2025 काफी सफल रहा। इसमें टेक्नोलॉजी, पॉलिसी तथा बिजनेस की दुनिया के कई दिग्गज एक साथ आए और उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि नवाचार किस तरह से हमारे भविष्य को आकार दे रहा है। इन चर्चाओं, स्टार्टअप के लिये जोश से भरा सिस्टम और व्यावहारिक हैकाथॉन की बदौलत लंबे समय के लिये कई साझेदारियां की गईं और कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी मिलीं, जिनसे आने वाले वर्षों में बदलाव होगा।’’
पिवोट 2025 के को-चेयर राज नायर ने कहा, ‘‘पिवोट 2025 में हुई शानदार भागीदारी और जुड़ाव वैश्विक प्रभाव के लिये टेक्नोलॉजी की असीम क्षमता दिखाता है। बदलाव लाने वाले इस आयोजन की मेजबानी करने पर हमें गर्व है। इससे नई साझेदारियां हुई हैं और विभिन्न उद्योगों तथा सेक्टर्स में नवाचार को बढ़ावा मिला है।’’ आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी जम्मू में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन और पिवोट 2025 के चेयरमैन डॉ. शरद कुमार सराफ ने कहा, ‘‘पिवोट 2025 वैश्विक सहयोग की बदलाव लाने वाली क्षमता का एक शक्तिशाली प्रमाण है। इसमें दुनियाभर के स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स ने साथ आकर सार्थक बदलाव लाने का इरादा जताया है। इस आयोजन ने दिखाया है कि आईआईटी के एलुमनी और भारत में नवाचार का पारितंत्र किस तरह भविष्य को गढ़ने में सबसे आगे है। यह भारत को दुनिया में हो रही तकनीकी क्रांति का नेतृत्व करने के लिये तैयार कर रहा है। हमने सहयोग एवं उद्यमिता को बढ़ावा देना जारी रखा है और आईआईटी भारत को टेक्नोलॉजी तथा नवाचार का पावरहाउस बनाने में एक महत्वपूर्ण् भूमिका निभा रहे हैं।’’
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें