
पटना, 26 जनवरी (रजनीश के झा)। गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर भाकपा-माले के राज्यव्यापी अभियान के तहत राजधानी पटना में आज एक भव्य तिरंगा मार्च आयोजित किया गया। जीपीओ गोलंबर से शुरू हुए इस मार्च में सैकड़ों लोगों ने तिरंगा झंडा और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें हाथ में लेकर संविधान को बचाने का संकल्प लिया। मार्च में आम लोगों की उल्लेखनीय भागीदारी रही। बुद्ध स्मृति पार्क पर सभा आयोजित की गई। इसमें भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य का. अमर, वरिष्ठ नेता का. केडी यादव, केंद्रीय नेता का. सरोज चौबे, का. मंजू प्रकाश, नगर सचिव अभ्युदय, आरएन ठाकुर, रणविजय कुमार, उमेश सिंह, रामबली प्रसाद, जितेंद्र कुमार, समता राय, शिवसागर शर्मा, मुर्तजा अली, संजय यादव, अनुराधा सिंह, पन्नालाल सिंह, विनय कुमार, विभा गुप्ता, गौतम घोष, पुनीत पाठक, गालिब, शहजादे आलम, अनिल अंशुमन, प्रीति कुमारी, तपेश्वर मांझी, प्रमोद यादव, मनोज मांझी, अंकित कुमार, प्रकाश कुमार आदि ने भाग लिया। का. केडी यादव ने मार्च को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा लगातार संविधान के मूल्यों और सामाजिक न्याय पर हमले कर रही है। हमें इस हमले के खिलाफ संविधान बचाने के अभियान को एक व्यापक जनांदोलन में बदलना होगा। उन्होंने आगामी 9 मार्च को पटना में आयोजित ’ बदलो बिहार महाजुटान’ को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया। का. मंजू प्रकाश ने कहा कि संविधान को बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बाबा साहेब के दिखाए रास्ते पर चलकर हम संविधान और लोकतंत्र को मजबूत कर सकते हैं।
झंडोत्तोलन कार्यक्रम और अन्य गतिविधियां
तिरंगा मार्च से पहले भाकपा-माले के राज्य कार्यालय में का. कुणाल ने झंडोत्तोलन किया। इस अवसर पर लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर, प्रकाश कुमार और अन्य नेता उपस्थित रहे। का. कुणाल ने कहा कि संविधान बचाने के अभियान के तहत राज्य के विभिन्न जिलों में संविधान की उद्देशिका के शिलापट्ट लगाए जा रहे हैं। माले विधायक दल कार्यालय में झंडोत्तोलन के दौरान का. केडी यादव, सरोज चौबे, कुमार परवेज, अनिल कुमार, संजय यादव, दिनेश कुमार निराला, निशांत सहित कई नेता उपस्थित रहे। कंकड़बाग क्षेत्र में ऐक्टू नेता रणविजय कुमार के नेतृत्व में झंडोत्तोलन हुआ, जहां संविधान की उद्देशिका का पाठ किया गया। इसी तरह वैशाली, मुजफ्फरपुर और अन्य जिलों में भी झंडोत्तोलन कार्यक्रम, तिरंगा मार्च और संविधान की उद्देशिका का पाठ आयोजित किया गया। भाकपा-माले ने इस मौके पर संविधान की रक्षा और उसके मूल्यों को बनाए रखने के लिए एक व्यापक जनांदोलन छेड़ने की घोषणा की। पार्टी ने लोगों से अपील की है कि वे सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
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