- काशी तमिल संगमम भारतीय समाज की अखंडता और एकता की भावना को भी मजबूत करता है
- अतिथियों का भव्य स्वागत, विश्वनाथ धाम में दर्शन कर ग्रहण किया प्रसाद
काशी की संस्कृति से रुबरु हुए डेलीगेट्स
इसके पहले तमिलनाडु से आए डेलिगेट्स ने हनुमान घाट पर गंगा स्नान किया। वहां मौजूद आचार्यों ने छात्रों को विस्तार से गंगा के विभिन्न घाटों के इतिहास के बारे में बताया। पं. वेंकट रमण घनपाठी ने कहा - काशी और तमिलनाडु का गहरा रिश्ता है। ये समागम महज एक पखवाड़े का नहीं सदियों पुराना है। पं. वेंकट रमण घनपाठी ने बताया कि काशी के हनुमान घाट, केदारघाट, हरिश्चंद्र घाट पर मिनी तमिलनाडु बसता है। जहां एक दो नहीं, बल्कि दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों के हजारों परिवार बसते हैं, जो इन दोनों राज्यों के मधुर रिश्ते को दर्शाते हैं।
चित्र प्रदर्शनी में ’एकता ही समाज का बल है’ का संदेश
नमो घाट पर आयोजित काशी तमिल संगमम् 3.0 में ऋषि अगस्त्य एवं विकसित भारत विषय पर केंद्रीय संचार ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लगायी गयी चित्र प्रदर्शनी पंडाल में दर्शकों के मध्य सोमवार को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।। सही जबाब देने वाले विजेताओं को सीबीसी, लखनऊ के निदेशक मनोज कुमार वर्मा ने पुरस्कार प्रदान किया। प्रदर्शनी में ’ऐक्यं बलं समाजस्य’ जिसका अर्थ है एकता ही समाज का बल है सहित ’एक राष्ट्र एक कर’ ’एक देश एक पावर ग्रिड’, एक देश एक राशन कार्ड’ जैसी भारत सरकार की पहलें को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है। केंद्र सरकार इन सारी पहलों से देश की एकता को बल मिल रहा है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था, कृषि और पारंपरिक शिल्पकला बने मुख्य आकर्षण
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सोमवार को आयोजित बौद्धिक सत्र में कृषि और पारंपरिक हस्तकला में पारस्परिक ज्ञान साझा कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मज़बूत बनाने पर विचार मंथन हुआ। तमिलनाडु के किसानों और हस्तकला कारीगरों समेत 210 से अधिक सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय का दौरा किया तथा वैचारिक सत्र में भाग लिया। इस दौरान एकीकृत कृषि पद्धतियों और नवीनतम कृषि प्रणालियों के बारे में जानकारी दी गई। विशेष रूप से मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन और पोषण आधारित फसल प्रणालियों पर चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल ने कृषि फार्म के दौरे के दौरान आधुनिक कृषि तकनीकों, डेयरी उत्पादन और पोषण आधारित कृषि पद्धतियों के बारे में जाना। इसके साथ ही वर्मीकम्पोस्टिंग और जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीतियों पर भी जानकारी प्राप्त की।

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