इस खास 100 रूपये के सिक्के को 6 फरवरी 2025 को आचार्य श्री के प्रथम समाधि दिवस अवसर पर छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में स्थित चंद्रगिरि तीर्थ पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जारी किया जाएगा, जिससे आचार्य श्री की त्याग व साधना की विरासत को सदियों तक इतिहास में संजोया जा सके। जैन समाज का मानना है कि यह निर्णय न केवल आचार्य विद्यासागर महाराज जी के प्रति सरकार की श्रद्धा को दर्शाता है, बल्कि यह पूरे जैन समाज के लिए गौरव और सम्मान का विषय है।" ज्ञात रहे कि यह सिक्का कभी प्रचलन में नहीं आयेगा यह सिक्का आचार्य श्री की अद्वितीय साधना, तपस्या और समाज में किए गए अतुलनीय योगदान को अमर कर देगा। जैन समाज सहित समूचे राष्ट्र के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा। सुधीर ने बताया कि इससे पहले भी कई जैन गुरुओं पर स्मारक सिक्के जारी हुए है आचार्य तुलसी पर 20 और 5 रुपए, विजय वल्लभ सूरी जी पर 150 रुपए का , जीनेश्वर सूरी जी पर 1000 रुपए का, पार्श्वनाथ भगवान पर 800 और 900 रुपए का स्मारक सिक्का जारी हो चुका है
नई दिल्ली (रजनीश के झा)। भारत सरकार ने संत शिरोमणि दिगंबर जैनाचार्य विद्यासागर महामुनिराज के प्रथम समाधि दिवस पर 100 रुपये मूल्य का स्मारक सिक्का जारी करने जा रही है । इस ऐतिहासिक सिक्के को जारी करने के लिए भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा 31 जनवरी 2025 को गजट अधिसूचना भी जारी कर की गई, जिससे पूरे जैन समाज में हर्ष की लहर है। सिक्को का संग्रहण और अध्यन करने वाले जैन समाज के सुधीर लुणावत के अनुसार यह 100 रुपए का स्मारक सिक्का भारत सरकार की कोलकता टकसाल में बना है तथा इस सिक्के का कुल वजन 35 ग्राम है जो कि 50 फीसदी चांदी, 40 फीसदी तांबा तथा 5-5 फीसदी निकल और जस्ता के मिश्रण से बना है । सुधीर के अनुसार सिक्के पर एक तरफ आचार्य विद्यासागर जी का चित्र अंकित होगा जिसके निचली परिधि पर हिंदी तथा ऊपरी परिधि पर अंग्रेजी में "संत शिरोमणि दिगंबर जैनाचार्य विद्यासागर महामुनिराज" लिखा होगा आचार्य जी के चित्र के नीचे वर्ष 1946- 2024 अंकित होगा तथा दूसरी तरफ अशोक स्तंभ के साथ 100 रुपए मूल्यवर्ग लिखा होगा । जिसके दाएं और बाएं हिंदी तथा अंग्रेजी में भारत लिखा होगा।
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