सख्त फिटनेस रूटीन और युद्ध कला में महारत
इस किरदार के लिए सूरज ने कठोर फिटनेस रूटीन अपनाया, जिसमें ताकत और फुर्ती पर विशेष ध्यान दिया गया ताकि वे एक्शन दृश्यों को वास्तविकता के साथ अंजाम दे सकें। “तीरंदाजी में सटीकता, नियंत्रण और श्वास तकनीक महत्वपूर्ण होती है। मैंने सही स्टांस और लक्ष्यभेदन में महारत हासिल करने के लिए हफ्तों तक प्रशिक्षण लिया। लक्ष्य की दूरी बढ़ाते हुए अभ्यास किया ताकि यह मेरे लिए स्वाभाविक हो जाए, जैसे एक योद्धा के लिए होता। तलवारबाजी में हमने पहले लकड़ी की तलवारों से मूलभूत अभ्यास किया, फिर असली हथियारों पर स्विच किया। मैंने हमले, रक्षात्मक ब्लॉक और कोरियोग्राफ़ किए गए द्वंद्व युद्ध सीखे। इसके अलावा, ताकत बढ़ाने के लिए वेट ट्रेनिंग और प्रतिरोधक व्यायाम किए ताकि लंबे समय तक युद्ध दृश्यों को बिना थके अंजाम दे सकूं।"
अपने ड्रीम रोल को लेकर उत्साहित सूरज
सूरज के लिए यह फिल्म उनके करियर का एक बड़ा अवसर है। “वीर हामीरजी गोहिल का किरदार निभाना मेरे लिए बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है और मैं उनकी विरासत के साथ न्याय करना चाहता हूं। मैंने इससे पहले किसी भी किरदार से इतनी गहराई से जुड़ाव महसूस नहीं किया। हामीरजी गोहिल की वीरता और बलिदान मुझे प्रेरित करते हैं, और मुझे उम्मीद है कि मैं स्क्रीन पर उनकी कहानी को सही ढंग से प्रस्तुत कर पाऊंगा।" प्रिंस धीमान के निर्देशन में बनी और चौहान स्टूडियोज़ के कन्हू चौहान द्वारा निर्मित यह फिल्म भव्य सेटों और ऐतिहासिक महलों को शानदार तरीके से फिर से रचते हुए एक भव्य विजुअल अनुभव देने का वादा करती है। कन्हू चौहान की यह फिल्म पूरे भारत में विभिन्न भाषाओं में रिलीज़ होगी और 14 मार्च 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।

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