अधिकारियों ने कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल कार्य-शैली को ऊर्जावान और प्रभावी बनाती हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में भी सहायक होती हैं। टीम भावना और सामूहिक प्रयास से हम किसानों तक सेवाएँ सुचारू रूप से पहुँचा सकते हैं और उनके जीवन में वास्तविक परिवर्तन ला सकते हैं। यह कार्यशाला न केवल पदाधिकारियों के व्यक्तिगत विकास का माध्यम बनी, बल्कि उन्हें एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की प्रेरणा भी दी। प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला को महत्वपूर्ण और व्यवहारिक अनुभव माना, जो उनके कार्यक्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक सिद्ध होगा।
सीहोर। जल निगम, क्क॥श्वष्ठ एवं पिरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय व्यक्तिगत विकास एवं टीम बिल्डिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को आत्म-जागरूकता, टीम भावना, सहयोग और नवाचार की ओर प्रेरित करना था, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम लाभुकों तक प्रभावी रूप से पहुंचाया जा सके। इस कार्यशाला में जल निगम के कृषि महा प्रबंधक पीके सक्सेना, प्रबंधक डॉ. मनिंदर कटरियार सहित अन्य अधिकारी तथा पीएचइडी एक्जीक्यूटिव इंजीनियर पीके सक्सेना और जिला समन्वयक डॉ. रेनू धाड़ी मैडम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यशाला के दौरान विभिन्न इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभागियों को उनके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए प्रेरित किया गया। इन गतिविधियों का उद्देश्य मिडिल मैनेजर्स को उनकी नियमित कार्यशैली से हटकर नई चीजें सीखने का अवसर प्रदान करना था, जिससे वे अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी एवं ऊर्जावान तरीके से कर सकें। कार्यशाला का सफल संचालन पिरामल फाउंडेशन से कार्यक्रम निर्देशक अंकुर कुंडू, प्रबंधक मृत्युंजय कुमार, कार्यक्रम लीडर निहारिका मिश्रा, दृष्टि सहाय और विकास सिंह के नेतृत्व में गांधी फेलो के सहयोग से किया गया। प्रतिभागियों ने कार्यशाला को अत्यंत प्रेरणादायक और प्रभावशाली बताया।
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