- आज भी लोगों के दिलों में बसता है रेडियो
रेडियो का उनके जीवन में खास स्थान है। वे विविध भारती के कार्यक्रमों को रोजाना सुनते हैं और अपनी पसंदीदा फरमाइशें भेजते हैं, ताकि वह गाना उनके लिए प्रसारित हो सके। इसके साथ ही वे अपने पुराने रेडियो को संभालकर रखते हैं और उसे सुनना अपनी आदत बना चुके हैं। यह देखकर यह स्पष्ट होता है कि रेडियो आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है। डिजिटल युग में भी, रेडियो की उपस्थिति और उसके श्रोताओं के बीच का संबंध अद्वितीय है। पहले जहाँ लोग एक ही जगह बैठकर परिवार के साथ रेडियो सुनते थे, अब लोग स्मार्टफोन पर कहीं भी, कभी भी रेडियो का आनंद लेते हैं। रेडियो की यह विशेषता है कि यह न केवल मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि यह समाज के विभिन्न पहलुओं से लोगों को जोड़ता भी है। चाहे वह फरमाइशी गाने हों, समाचार हों या सामाजिक मुद्दे, रेडियो आज भी अपने श्रोताओं के बीच एक मजबूत संवाद का साधन बना हुआ है। इस दिन को मनाने का एक और उद्देश्य यह भी है कि हम यह समझें कि तकनीकी बदलाव के बावजूद रेडियो ने अपनी अहमियत और स्थान को नहीं खोया है। हम सभी को इसे सराहना चाहिए और इसकी शक्ति को पहचानना चाहिए, जो समय, स्थान और माध्यम के पार जाकर लोगों से जुड़ता है।
.jpeg)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें