- दलित वृद्ध महिला ने की दो माह में कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, एसपी, सीएसपी, टीआई सबको दस्तावेज देकर कर शिकायत, नतीजा सिफर
- बेखौफ दबंगों ने काट दिए सैकड़ों हरे भरे पेड पौधे, कोई सुनने वाला नहीं कोई कार्रवाही नही
डिप्टी कलेक्टर वंदना राजपूत के निर्देश पर बुधवार को गंाव पहुंचे नायब तहसीलदार अर्पित पंवार और पटवारी प्रीति शर्मा ने आश्चार्य जनक रूप से दबंगों का ही साथ दिया और पीडि़ता अयोध्या बाई पर आधा मकान मुकेश चौहान और जसपाल चौहान को देने का दबाव डाला यही नही अयोध्या बाई के मना करने पर जेल भेजने की धमकी भी दी। आखिर अब दलित वृद्धा अयोध्या बाई न्याय कहा किस से मांगे। ग्राम सरंपच राघवेन्द्र सिंह गौर भी सबकुछ जानते हुए भी दलित पीडि़त वृद्धा के साथ अन्याय करने के लिए दबंगों के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है। जबकी ग्राम पंचायत पचामा का सचिव जसपाल चौहान दस्तावेजों में फर्जीबाड़ा करने मास्टर मांइड माना जाता है गरीब लोगों के पुस्तैनी मकान जमीन हड़पना इस पैसा जैसा है बड़ी मोटी संपत्ति का यह मालिक है ब्याज का धंधा भी यह करता है अनेक ग्रामीणों से मोटा ब्याज वसूलता है कई लोगों की मकान जमीन गहने हड़प चुका है। नन्नूलाल के ईलाज में जसपाल चौहान के चाचा मुकेश चौहान ने बिना मांगे ही तीन हजार रूपये की मदद अयोध्या बाई की कि थी अब तीन हजार रूपये में पूरा मकान हड़पने के लिए बड़ी साजिश रच दी है। पीडि़ता ने मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर बालागुरू से भी मदद की लगाई है। ग्राम पचामा की पीडि़ता अयोध्या बाई ने बताया की मेरे भाई नन्नूलाल की मृत्यु बीेते दिनों हो गई है जिस के बाद से ही मुकेश चौहान और जसपाल चौहान मेरे भाई के मकान पर कब्जा करने के लिए डरा धमका रहे है। उन्होने 10 से अधिक लोगों के साथ घर पर हमला कर दिया था। मेरे साथ धक्का मुक्की की मेरे छोटे बेटे से मारपीट कर गाली गलोच की और जान से मारने गांव से भगाने की धमकी रोज दे रहे है। जबकी मकान के सारे दस्तावेज हमारे पास मौजूद है। जसपाल चौहान ग्राम पंचायत सचिव है इसके द्वारा पटटे का अल्टी पल्टी कर दिया है यह पर मकान बना हुआ है वह पर इनका नाम आ रहा है और जहा मकान नहीं बना है वह नन्नूलाल का नाम आ रहा है। इसकी उचित जांच कराई जाये और सुरक्षा प्रदान की जाए। अगर प्रशासन न्याय नहीं दिलाता है तो अब हम सामुहिक आत्महत्या करने के लिए विवश होंगे।

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