जेनमैन ऑफ इंडिया के नाम से विख्यात एवं दो बार स्वस्थ भारत यात्रा के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता के लिए 50 हजार किमी से अधिक की स्वस्थ भारत यात्रा करने वाले श्री आशुतोष ने कहा कि भारत जेनरिक दवाइयों के उत्पादन में दुनिया में अपना दबदबा बनाए हुए है, ऐसे में इस बात की जरूरत है कि लोगों को सस्ती एवं उत्तम कोटि की दवा उनके गांव-घर के आस-पास उपलब्ध हो सके। जनऔषधि दिवस पर देश भर के सभी जनऔषधि संचालकों को शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा कि वास्तव में जनऔषधि संचालक व फार्मासिस्ट देश के स्वास्थ्य इकोसिस्टम के अभिन्न अंग है और भारत को स्वस्थ, समृद्ध एवं विकसित बनाने में उनका अहम् योगदान है। इस अवसर पर श्री सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वास्थ्य नीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री ने आम जन को सस्ता एवं गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए बहुत सी स्वास्थ्य योजनाओं को हरि झंडी दी है। स्वस्थ भारत विकिसित भारत के संकल्प को सिद्धि तक ले जाने में इन योजनाओं की अहम् भूमिका है।
नई दिल्ली (रजनीश के झा )। सातवें जनऔषधि दिवस की पूर्व संध्या पर जेनमैन आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि, जनऔषधि ने भारत में सस्ती व उत्तम गुणवत्ता वाली दवाइयों की उपलब्धता की दिशा में सार्थक एवं सकारात्मक कार्य किया है। 15000 से अधिक जनऔषधि केन्द्रों के माध्मय से जनऔषधि ने यह सिद्ध किया है कि सस्ते दामों पर भी उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराई जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि, जनऔषधि सप्ताह के दौरान जिस तरह से जनऔषधि संचालकों ने एक परिवार की तरह लोगों के बीच जाकर जागरूकता अभियान चलाया है, वह अनुकरणीय है। किसी भी सरकारी योजना की स्वीकृति इस स्तर पर नहीं हो पाई है, जिस स्तर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत चलाई जा रही जनऔषधि केन्द्रों की हुई है। जनऔषधि केन्द्रों की संख्या को और तेजी बढ़ाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक पंचायत में जनऔषधि केन्द्र खोले जाने की जरूरत है, ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी इसका लाभ मिल सके। और महंगी दवाइयों के कारण आम इंसान गरीबी से रेखा से नीचे न जाने पाए।
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