- श्रद्धा भक्ति सेवा समिति के तत्वाधान में संगोष्ठी का आयोजन

सीहोर। शहर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प वृद्धाश्रम में हर साल की तरह श्रद्धा भक्ति सेवा समिति और जिला संस्कार मंच के तत्वाधान में विश्व जल दिवस का आयोजन किया गया था। इस मौके पर अभियान के दौरान जल संकट से बचने को जल स्त्रोतों को बचाने के लिए संकल्प के अलावा जागरूकता की बात की गई। कार्यक्रम के दौरान संगोष्ठी में आश्रम के संचालक राहुल सिंह, परमार समाज चल समारोह समिति के पूर्व अध्यक्ष विष्णु परमार, जिला संस्कार मंच के संयोजक मनोज दीक्षित मामा आदि का स्वागत केन्द्र की ओर से विकास अग्रवाल, बाबू सिंह, आकाश राय और कमलेश राय ने स्वागत किया। इस मौके पर संचालक श्री सिंह ने कहा कि विश्व जल दिवस मनाने का उद्देश्य यह है कि मनुष्य जल संरक्षण के महत्व को समझें। जल संरक्षण के प्रति प्रयासरत हो बिना पानी के धरती पर जीवन संभव नहीं है। जल संरक्षण के महत्व व उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विश्व में दिन प्रतिदिन कहीं न कहीं पानी को लेकर झगड़े होते रहते हैं। झगड़ों का स्तर अंतरराष्ट्रीय से लेकर ग्राम स्तर तक पहुंच गया है। देशों व प्रदेशों के मध्य पानी के बंटवारे को लेकर विवाद होना एक आम बात है।
पानी का दोहन एवं दुरुपयोग बढ़ गया
संस्कार मंच के जिला संयोजक श्री दीक्षित ने कहा कि विज्ञान एवं तकनीकी के विकास के साथ ही पानी का दोहन एवं दुरुपयोग बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि सभी प्रकार के सतही एवं भूजल स्त्रोतों का मानव ने जल संसाधनों को दुरुपयोग कर अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। वहीं आने वाली पीढ़ियों का जीवन दूभर बना दिया। इसी बात को ध्यान में रखते हुए संसार के सभी राष्ट्रों ने विश्व जल दिवस मनाने का निर्णय लिया ताकि इस दिन सभी लोग जल के संरक्षण पर चितन और मनन करके जल संसाधनों को संरक्षित करने की शपथ ले। इससे जल स्त्रोतों को बचाया जा सके।
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