कथा का विस्तार करते हुए कथावाचक डाॅ.रमेशाचार्य महाराज ने कहा-गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में कहा है कि जब-जब होइहि धरम की हानी,बाढ़हि असुर अधम अभिमानी/तब तब प्रभु धरि विविध सरीरा,हरहि कृपानिधि सज्जन पीरा।फिर कहते हैं-बिप्र धेनु सुर संत हित लीन्हि मनुज अवतार।अर्थात् गो,ब्राह्मण,संत और देवताओं के हितार्थ भगवान् का अवतार होता है।हम मानव भगवान् के सदैव ऋणि हैं।हम सबका पोषण नारायण ही करते हैं।अतएव हम सबका कर्तव्य बनता है कि ईश्वर को सदैव स्मरण करें,यही हम मानव जीवन की पूर्णता है।विदित को कि राम कथा सुनने हेतु नित्य काफी संख्या में श्रद्धालुजन आ रहे हैं।आज बहुत धूमधाम के साथ राम जन्मोत्सव मनाया गया।मंच संचालन रामबाबू ठाकुर ने किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में अवधेश चौधरी एड्वोकेट,मनोज ठाकुर ,कृष्ण ठाकुर,केशव ठाकुर,रंगीला मिस,रुबि मिस,श्यामा मैडम,विद्यालय के प्रधानाचार्य निरंजन चौधरी,विरेन्द्र यादव,मनीष ठाकुर आदि सहित सम्पूर्ण गाँव का पूरा सहयोग मिल रहा है।ज्ञात को राम कथा नित्य 10 मार्च तक अपराह्न ढाई बजे से साढ़े पाँच बजे तक जारी रहेगी।
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