- बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई, माले जांच दल विभिन्न घटनाओं का करेगा दौरा

पटना, 18 मार्च (रजनीश के झा)। भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। होली के दौरान पूरे राज्य में दलितों, अतिपिछड़ों, पिछड़ों और महिलाओं पर बर्बर सामंती हिंसा की घटनाएं हुईं। सामान्यत: अपराध का ग्राफ बढ़ा है, लेकिन खासकर वंचित तबकों को निशाना बनाया गया है। भाजपा-नीतीश सरकार ने अपराधियों को पूरी तरह से खुली छूट दे रखी है। पटना जिले में हमले की घटनाएं सबसे अधिक देखी गईं। संपतचक प्रखंड के भेलवाड़ा, नौबतपुर के टेंगरैला और पालीगंज के सीही पंचायत में हमले और हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया गया। सिवान में भी कई जगहों पर पासवान जाति के लोगों को दबंगों ने निशाना बनाया। औरंगाबाद में लोजपा के एक नेता की गाड़ी से जानबूझकर पासवान जाति की एक लड़की को कुचल कर मार डालने की घटना सामने आई है। इन सभी घटनाओं के सिलसिले में माले का उच्चस्तरीय जांच दल विभिन्न इलाकों का दौरा करेगा। औरंगाबाद घटना की जांच में माले के विधान पार्षद शशि यादव, घोषी विधायक रामबलि सिंह यादव और गया जिला सचिव निरंजन कुमार शामिल होंगे। वहीं, पटना जिले की विभिन्न घटनाओं की जांच फुलवारी विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में की जाएगी। कुणाल ने कहा कि सरकार दलितों, अतिपिछड़ों और पिछड़ों की बात करती है, लेकिन होली के दौरान केवल दो दिनों के भीतर जिस प्रकार से सामंती अपराधियों ने तांडव मचाया, वह अत्यंत गंभीर है। समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों और सुरक्षा के लिए भाकपा-माले संघर्ष जारी रखेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें