- सीवन नदी का गहरीकरण और सौंदर्यीकरण बहुत जरूरी-भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश मेवाड़ा
- तीन स्थानों पर नगर पालिका अमला कर रहा जल गंगा संवर्धन अभियान का कार्य

सीहोर। शहर के लोगों की जिंदगी से जुड़ी सीवन नदी लगातार अपनी जीवंतता खो रही थी। सीवन नदी का गहरीकरण और सफाई नहीं करए जाने से यह पूरी तरह से उथली हो गई थी। हालात इस तरह के हो गए थे कि हर साल गर्मी आते-आते सीवन नदी पानी तरस जाती थी। लोगों की लगातार मांग के बाद हमारे नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर की पहल अब सार्थक परिणाम देने जा रही है। नगर पालिका अमला और सीवन नदी उद्धार समिति द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत तीन स्थानों पर कार्य हो रहा है। उक्त विचार शुक्रवार को भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश मेवाड़ा ने सीवन नदी के अंतर्गत आने वाले छतरी पर गहरीकरण कार्य के भूमि पूजन के दौरान कहे। शुक्रवार को छतरी घाट, कस्बा सीहोर पर गहरीकरण का काम प्रारंभ, इस अवसर पर जिलाध्यक्ष नरेश मेवाड़ा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर, क्षेत्रीय पार्षद प्रतिनिधि सुदीप व्यास, पार्षद आशीष गहलोत, पूर्व पार्षद धर्मेंद्र राठौर, दरबार साहब, मां सीवन उद्धार समिति के अश्विन नामदेव, प्रदीप चावड़ा, राजेश गहलोत, प्रकाश यादव, दीपक यादव, लल्लू जाटव, कैलाश चव्हाण, विपिन यादव, संदीप राठौर, शुभम यादव साथ ही कस्बा क्षेत्र के अनेक लोग गहरीकरण के प्रारंभ पर शामिल हुए।
शहर के बीच से निकली सीवन नदी लंबे समय से उपेक्षा का शिकार हो रही थी। इसके बाद भी सीवन नदी की तरफ ध्यान नहीं दिया गय। हर साल बारिश के पानी के साथ आने वाली मिट्टी धीरे-धीरे गाद बनकर नदी की गहराई कम होने लगी। उथली होती नदी में जलभराव की मात्रा लगातार कम होती चली जा रही है। गत वर्ष भी नगर पालिका अध्यक्ष श्री राठौर की पहल पर गहरीकरण और सफाई का कार्य किया गया था। जिससे परेशानी नहीं आई थी, लेकिन अब नगर पालिका ने सीवन नदी के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए 25 करोड़ की योजना बनाई है। जिससे आगामी दिनों में सीवन नदी का स्थायी समाधान हो सकेंगा। नगर पालिका सीएमओ भूपेन्द्र दीक्षित ने बताया कि सीवन के गहरीकरण के साथ ही इसके सौन्दर्यकरण का काम भी शीघ्र ही शुरू कराया जा रहा है। सैकड़ाखेड़ी के पास उद्गम, पार्वती नदी में जाकर मिलती है। नगर में सीवन नदी सैकड़ाखेड़ी के पास स्थित फोरलेन बायपास पर बने पुल से शुरु होती है जो गणेश मंदिर के पास करबला पुल से होकर गुजरती है।
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