सीहोर : 12 अप्रैल का कथा के उपरांत किया जाएगा भव्य भंडारे का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 10 अप्रैल 2025

सीहोर : 12 अप्रैल का कथा के उपरांत किया जाएगा भव्य भंडारे का आयोजन

  • भगवान पर अटूट विश्वास होना चाहिए, यदि अटूट विश्वास है तो भगवान हर स्थिति में अपने भक्तों की रक्षा करते : संत गुलाबदास महाराज

Katha-in-sehore
सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ तकीपुर-महुआखेड़ी में 108 पंडित दुर्गा प्रसाद कटारे और संत शिरोमणी गोपाल महाराज आदि के मार्गदर्शन में पांच दिवसीय भीलटदेव बाबा की कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के तीसरे दिन संत गुलाब दास महाराज ने कहाकि भगवान पर अटूट विश्वास होना चाहिए, यदि अटूट विश्वास है तो भगवान हर स्थिति में अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए सुरेश परमार गब्बर और मुकेश परमार आदिन ने बताया कि ग्राम में पांच दिवसीय  कथा का आयोजन किया जा रहा है। इसका विश्राम 12 अपै्रल विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। कथा के दौरान जिला संस्कार मंच की ओर से जिला संयोजक मनोज दीक्षित मामा, शिव प्रदोष सेवा समिति के पंडित कुणाल व्यास और धर्मेन्द्र माहेश्वरी आदि ने संत महाराज का स्वागत किया।


संत गुलाबदास महाराज ने कहाकि पेड़, पौधे, नदियां, पहाड़, हवा, पानी जब किसी इंसान से भेदभाव नहीं करते हैं तो खुद को सभ्य और आधुनिक कहने वाला इंसान क्यों पंच तत्वों से बने इंसान से ही भेदभाव करता है। मौका पाकर उससे छल-कपट करता है। उसे प्रकृति से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा नदियां अपना पानी नहीं पीतीं। पेड़ अपने फल नहीं खाते। वे पत्थर मारने वालों को भी फल ही देते हैं। जबकि भगवान ने हर इंसान को समझ, विवेक व ज्ञान दिया है। वह अच्छे, बुरे को समझ सकता है। उनके अंतर को जानकर बुराई को त्याग सकता है, फिर भी वह ऐसा नहीं करता है। आखिर मानव की यह प्रवृत्ति उसे कहां ले जाएगी। उन्होंने कहा आपस में ही घमंड, भेदभाव करने और ऐसी नकारात्मक सोच रखने से समाज सभ्य कैसे बनेगा। उन्होंने शास्त्रों व संतों का जिक्र करते हुए कहा वे ईश्वर हर स्थान पर व्याप्त है। किसी धर्मग्रंथ में भेद नहीं करते। आखिर में सारे रास्तों से होकर इंसान ईश्वर के पास ही पहुंचता है। इसी प्रकार हर इंसान एक जैसे पंच तत्वों से बना है। उसे यह हमेशा याद रखते हुए शोषितों व जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करना चाहिए। यही प्रभु की सेवा है। उसे पाने का रास्ता है।

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