- पटना में जीपीओ गोलबंर से कुंवर सिंह तक निकला मार्च, आरा, जहानाबाद, अरवल में भी निकले मार्च
- पहलगाम में आतंकवादी हमले के शिकार पर्यटकों को दी गई श्रद्धांजलि
उन्होंने आगे कहा कि आज हम देख रहे हैं कि फासीवादी मोदी शासन में इस परंपरा को कलंकित किया जा रहा है। वे बाबू कुंवर सिंह का नाम तो लेते हैं, लेकिन अमेरिका के सामने घुटने टेकने का काम करते हैं। वे आजादी की लड़ाई में मुसलमानों के योगदान की चर्चा तक नहीं करते और भारत को एक हिंदू राष्ट्र में तब्दील करने के लिए बेचैन हैं। इसलिए आज जरूरत इस बात की है कि अमेरिका के सामने भारत के स्वाभिमान व संप्रुभता को कमजोर करने और देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत का माहौल बनाने की भाजपाइयों की हर कोशिश का हम मुंहतोड़ जवाब दें और अपनी आजादी को बचाने का संकल्प लें। इस अवसर पर वरिष्ठ पार्टी नेता का. केडी यादव ने कहा कि कुंवर सिंह साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष के प्रतीक हैं. उनका हम जब नाम लेते हैं तो 1857 के सभी योद्धा - पीर अली से लेकर हैदर अली - तक हमारी आंखों के सामने होते हैं. देश की गंगा-जमुनी तहजीब को भाजपा द्वारा तहस-नहस करने की कोशिशों का बिहार मुकम्मल जवाब देगा। आज के कार्यक्रम में फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, नगर सचिव अभ्युदय, प्रकाश कुमार, जितेन्द्र कुमार, समता राय, अनिल अंशुमन, संजय यादव, विनय कुमार, पुनीत पाठक, राखी मेहता, प्रीति कुमारी, गौतम घोष, शहजादे आलम, शोभन चक्रवर्ती, वंदना प्रभा भी शामिल थे। इस तरह, भाकपा-माले ने साझी विरासत की रक्षा का संकल्प लेते हुए बिहार की गंगा-जमुनी संस्कृति को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई।
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