मधुबनी : शीतलांबर झा ने विधायक बचौल के मिथिला विरोधी बयान की आलोचना की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 26 अप्रैल 2025

मधुबनी : शीतलांबर झा ने विधायक बचौल के मिथिला विरोधी बयान की आलोचना की

Shitlambar-jha-madhubani
मधुबनी/रहिका (रजनीश के झा)। मैथिल समाज महासचिव रहिका प्रो शीतलांबर झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि बिस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने एक मीडिया साक्षात्कार में मिथिलाराज पर दिए उनके मिथिलावासियों और मैथिल पर घृणित बयान की घोर निंदा किया है । प्रो झा ने बिस्फी विधायक बचौल का यह कहना कि मिथिलाराज की मांग करने वाले लोग मुस्लिम राज बनाना चाहते है यह उनका ओझी मानसिकता को ही दर्शाता है। मिथिला आदिकाल में तो कभी देश था जिसके विदेह राजा जनक हुआ करते थे उन्होंने ही पृथ्वी के गोद से जगज्जननी माता सीता जी का पादुर्भाव कराए थे तो क्या राजा जनक मुस्लिमराज चलते थे यह कहकर समस्त मिथिलावासियों एवं मिथिला में रहने वाले लोगों का घोर अपमान किया है , बचौल जी को पढ़ने लिखने में लगता है कभी रुचि नहीं था उन्हें मिथिला के इतिहास का ज्ञान किन्हीं विद्वान साहित्यकार या इतिहासकार से उन्हें प्राप्त करना चाहिए, जहां तक वोट की सवाल है तो उन्हें और उनकी पार्टी बीजेपी को मिथिला के लोगों ने भरपूर समर्थन दिया है तभी तो उनके जैसे अल्प ज्ञानी जो समाज में हमेशा से बांटकर हिन्दू मुसलमान करने वाले को भी  लगातार विधायक निर्वाचित कराया है फिर भी मुस्लिमराज कहना अत्यंत दुखत है जिसका उन्हें आने वाले विधानसभा चुनावों में खामियाजा भोगना पड़ेगा । महासचिव प्रो झा ने सवालिया लहजे में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से पूछा है कि क्या आप भी अपने विधायक बचौल के बयान का समर्थन करते है यदि समर्थन करते है तो बीजेपी को भी अगले चुनाव में खामियाजा भोगना होगा सभी मिथिला और मैथिली प्रेमी मतदाता सबक सिखा देगी नहीं तो अपने बड़बोले नालायक विधायक को पार्टी से निलंबित करे अगले चुनाव में उन्हें अपने पार्टी के उम्मीदवारी से वंचित करे।


विधायक बचौल को यह ज्ञान होना चाहिए कि यदि सुगौली संधि नहीं हुआ होता तो सम्पूर्ण नेपाल के मधेशी इलाका आज मिथिला के अभिन्न अंग होता यही बयान यदि आज नेपाल में बोले होते तो उन्हें अपना औकात का पता चल जाता । कायदे से कहें तो विधायक बचौल निकम्मा विधायक हैं जिन्हें विकास करने से कोषों दूर है चार बार विधायक बिस्फी से बने हैं लेकिन बिस्फी स्थिति विश्व विख्यात महाकवि विद्यापति जन्म स्थल तक का विकास नहीं करा सके पर्यटक स्थल घोषित होने के बाद सरकार द्वारा करोड़ों रुपए स्वीकृत के बाद भी आज तक कोई काम प्रारंभ नहीं होना उनके नाकामी को ही दर्शाता है उन्हें क्षेत्र के विकास से कभी कोई बस्ता नहीं रहा है नहीं तो सत्ताधारी दल के विधायक रहते बिस्फी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्रसिद्द बाबा कपिलेश्वरनाथ महादेव स्थान , भैरवा स्थिति प्रसिद्ध बाबा विद्यापति द्वारा स्थापित महादेव स्थान को ही सौंदर्यीकरण करा सके , आज भी बिस्फी में डिग्री कॉलेज नहीं , किसी भी अस्पतालों में एमबीबीएस डाक्टर तक नहीं , सड़क के हालात बहुत ही दयनीय है सिर्फ और सिर्फ हिन्दू मुसलमान कर लोगो को छलने का काम किया उन्होंने मिथिला के विदेह राजा जनक , जगज्जननी माता सीता जी , बाबा विद्यापति, महाकवि कालिदास , राजा सलहेस, वीर लोरिक् एवं दीनाभद्री जी का भी अपमान किया है । प्रो झा ने कहा है कि यदि बिस्फी विधायक बचौल मिथिलावासियों से माफी नहीं मानेंगे और अपने निन्दनीय बयान वापस नहीं लेंगे तो उनके खिलाफ मैथिल समाज रहिका सहित मिथिला मैथिली करने वाली सभी संस्थाओं का बैठक आयोजित कर उनके खिलाफ निर्णायक लड़ाई की घोषणा करेगी और उनको अपने औकात का ज्ञान अगले विधानसभा चुनाव में कराएगी ।

कोई टिप्पणी नहीं: