सिवान : प्रशांत किशोर का मंगल पांडेय को करारा जवाब - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 23 मई 2025

सिवान : प्रशांत किशोर का मंगल पांडेय को करारा जवाब

  • भाजपा मंगल पांडेय को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कह रही है, इनमें अगर हिम्मत है तो विधानसभा चुनाव लड़कर दिखाएं, ये लोग नॉमिनेशन वाले नेता हैं

Prashant-kishore-attack-mangal-pandey
सिवान (रजनीश के झा)। बिहार में सम्पूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से शुरू की गई 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर आज सिवान पहुंचे। सिवान में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मंगल पांडेय बड़बोले व्यक्ति हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे और चुनाव के समय दावा कर रहे थे कि भाजपा को 200 सीटें मिलेंगी लेकिन जब नतीजे आए तो भाजपा को मात्र 55 सीटें मिलीं। फिर उन्हें बंगाल का प्रभारी बनाया गया, वहां भी लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। वर्तमान में वे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं और मंत्री के तौर पर उनकी छवि क्या है, यह सभी जानते हैं। कोविड महामारी के दौरान बिहार की जनता ने जो कष्ट झेले हैं, उसके लिए कहीं न कहीं तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय जिम्मेदार हैं। और आज भी बतौर स्वास्थ्य मंत्री उनका काम कैसा है, यह हाल ही में एनएमसीएच (NMCH) अस्पताल में हुई घटना से पता चलता है जिसमें चूहों ने एक मरीज के पैर की उंगलियां खा ली। भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्ति को प्रशांत किशोर पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उन पर इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने का दबाव बना रहा है लेकिन ये लोग जुगाड़ वाले नेता हैं, नामांकन करने वाले नहीं। अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें इस बार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं: