- लोकसभा में मुद्दा उठाने के बाद अबतक 2500 करोड़ रु. सरकार ने किया है जारी
- संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक सभी निवेशकों का पैसा वापस नहीं होता
सुदामा प्रसाद ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनावों के दौरान जब यह मुद्दा बड़ा जन-सवाल बना, तब वहाँ कुछ लोगों को पैसे मिलने लगे हैं। लेकिन बिहार में करीब 2.5 करोड़ निवेशकों का पैसा आज भी फंसा हुआ है। उन्होंने बताया कि पैसे न मिलने के कारण अब तक कई निवेशकों और अभिकर्ताओं ने आत्महत्या कर ली है और उनके परिवार बर्बाद हो गए हैं। इसके बावजूद भाजपा और नीतीश कुमार सरकार की संवेदनहीनता और चुप्पी बेहद शर्मनाक है। सुदामा प्रसाद ने जोर देकर कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा निर्णायक साबित होगा। सभी सहारा निवेशक, अभिकर्ता और उनके परिवारजन भाकपा-माले और इंडिया गठबंधन के पक्ष में मजबूती से खड़े होंगे और इस जनविरोधी सरकार को सत्ता से बाहर करने का काम करेंगे। अंत में उन्होंने कहा कि जब तक सहारा निवेशकों का संपूर्ण पैसा वापस नहीं होता, यह लड़ाई जारी रहेगी।
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