पटना : भोजपुरी भावनाओं से सजी 'गोदनवा ए सजनवा हो' गाना, हो रहा वायरल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 5 मई 2025

पटना : भोजपुरी भावनाओं से सजी 'गोदनवा ए सजनवा हो' गाना, हो रहा वायरल

Viral-bhojpuri-song
पटना (रजनीश के झा)। एसआरके म्यूजिक भोजपुरी संगीत प्रेमियों के लिए एक नई सौगात लेकर आया है नया गीत ‘गोदनवा ए सजनवा हो’। इस गाने को जिसे एस आर के म्यूजिक के यूट्यूब चैनल से रिलीज किया गया है। इस गीत को लोकप्रिय गायिका प्रियंका सिंह और सुरीले गायक सुगम सिंह ने अपनी आवाज दी है, जो एक भावनात्मक और सांस्कृतिक लोक गाथा को बखूबी उभारता है। इस गीत में पूजा ठाकुर और विकास यादव की जोड़ी ने अभिनय कर दर्शकों के दिल को छू लिया है।


‘गोदनवा ए सजनवा हो’ ना केवल एक गीत है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक चित्रण है जो पारंपरिक भोजपुरी समाज में गोदान जैसे अनुष्ठान की अहमियत को दर्शाता है। इस गाने ने रिलीज के साथ ही सोशल मीडिया पर अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त की है और दर्शकों को भावनात्मक रूप से जुड़ने में सफल रहा है। इसको लेकर गायक सुगम सिंह ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि ‘गोदनवा ए सजनवा हो’ सिर्फ एक गाना नहीं, बल्कि भोजपुरी संस्कृति की आत्मा है। उन्होंने कहा, "इस गीत के ज़रिए हमनें ग्रामीण जीवन की एक बेहद पवित्र परंपरा – गोदान – को संगीत के माध्यम से जीवंत करने की कोशिश की है। इसके जरिये हमने एक रोमांस से भरा गाना भोजपुरी संगीत प्रेमियों को समर्पित किया है।" 


गायक ने SRK म्यूजिक और पूरी टीम को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रोजेक्ट भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री की गरिमा को और ऊंचा उठाते हैं और वे आगे भी इसी तरह के लोकगीतों को आधुनिक अंदाज़ में प्रस्तुत करते रहेंगे। आपको बता दें कि गीत के बोल लिखे हैं संतोष पुरी ने, जिन्होंने पारंपरिक ग्रामीण भावनाओं को सुंदरता से शब्दों में पिरोया है। वहीं संगीत की रचना भी संतोष पुरी ने ही की है, जो गीत को एक विशिष्ट भोजपुरी मिठास प्रदान करती है। इसके पी आर ओ रंजन सिन्हा हैं। गीत का छायांकन सिद्धार्थ सिंह ने किया है, जिसमें ग्रामीण परिवेश, गोदान की रस्म और रिश्तों की संवेदनाएं बखूबी झलकती हैं। कोरियोग्राफी एम.के. गुप्ता 'जॉय' द्वारा की गई है, और वीएफएक्स कार्य हमिंग बर्ड VFX द्वारा किया गया है। यह गीत भोजपुरी संगीत जगत में एक और सफल प्रयास के रूप में देखा जा रहा है जो परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम प्रस्तुत करता है।

कोई टिप्पणी नहीं: